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- होनहार लड़कियां
Written by जनसत्ता: इस बार संघ लोक सेवा आयोग यानी यूपीएससी के परिणामों में लड़कियों का दबदबा रहा। एक बार फिर हमारे देश की लड़कियों ने साबित कर दिया कि अगर इन्हें कैरियर बनाने के लिए लड़कों के समान अवसर दिए जाएं, तो वे कामयाबी की बुलंदियों को अवश्य छू सकती हैं। इससे यह पता चलता है कि हमारे समाज में लोगों की अपनी बेटियों के प्रति सोच बदल रही है।
इनके माता-पिता भी इनकी सफलता के लिए प्रशंसा के पात्र हैं, जिन्होंने अपनी बेटियों को इस काबिल बनाया कि वे अपनी मेहनत और लगन से उनका सिर ऊंचा कर सकें। इससे सभी लड़कियों को यह प्रेरणा लेनी चाहिए कि अगर आपके माता-पिता आपको पढ़ाने में दिलचस्पी दिखा रहे हैं तो उनके सपनों को पूरा करने में कोई कमी नहीं छोड़नी चाहिए, ताकि आप भी अपनी कामयाबी के झंडे गाड़ दें और अपने माता-पिता का नाम रौशन करें।
हालांकि आज भी देश में ऐसे लोगों की कमी नहीं है, जो अपनी या दूसरों की बेटियों के प्रति संकीर्ण सोच रखते हैं। उन्हें समझना चाहिए कि जब लड़की पढ़-लिख जाती है, तो जिंदगी में कभी बेसहारा नहीं रहती, चाहे उस पर कितनी भी मुसीबतें क्यों न आएं।