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- संसद में माफी की...

अब सियासत और टकराव का संदर्भ बदल गया है। संसद के शीतकालीन सत्र के आगाज़ पर ही हमने मॉनसून सत्र के दौरान विपक्ष की हरकतों और हुड़दंग का विश्लेषण किया था। सत्ता और विपक्ष नियमों की अलग-अलग व्याख्याएं कर रहे हैं, लेकिन उपराष्ट्रपति एवं राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू के कुछ अतिरिक्त विशेषाधिकार हैं, जिनके तहत उन्होंने विपक्ष के 12 सांसदों को पूरे सत्र के लिए निलंबित किया है। यह कोई अभूतपूर्व और अप्रत्याशित दंड नहीं है। 1989 में प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने लोकसभा स्पीकर से आग्रह कर विपक्ष के 64 सांसदों को निलंबित कराया था। कांग्रेस नेतृत्व की यूपीए सरकार के दौरान स्पीकर मीरा कुमार ने विपक्ष के 18 सांसदों को निलंबित किया था। मौजूदा मोदी सरकार के प्रथम कार्यकाल, 2014-19, में स्पीकर सुमित्रा महाजन ने विपक्ष के 45 सांसदों को निलंबित किया था। यह कोई परंपरा नहीं है, लेकिन हंगामे और गलत व्यवहार के मद्देनजर विशेष परिस्थितियों में दिया जाने वाला विशेष दंड है।
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