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- सांस्कृतिक प्रतीकों की...
भाजपा अपनी राजनीति को रचनात्मक ढंग से किस तरह विकसित करती जा रही है, इसके प्रमाण दिन-प्रतिदिन पुष्ट होते जा रहे हैं। इस रचनात्मक राजनीति में सर्वाधिक नवोन्मेषी विस्तार स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर रहे हैं। यह नवोन्मेष क्या है और कैसा है? प्रधानमंत्री मोदी भारतीय राजनीति के भाव और भाषा, दोनों को ही अपने ढंग से प्रभावित कर रहे हैं। वह जबसे राष्ट्रीय राजनीति में आए, तभी से उन्होंने अपने भाषणों में स्थानीय बोलियों-भाषाओं को महत्व देना शुरू कर दिया था। वह बिहार, असम या मणिपुर, तमिलनाडु आदि जहां भी जाते, वहां की लोक बोलियों में पहले संबोधन करते, फिर हिंदी में अपनी बात कहते। इस प्रयोग ने उनकी बातों एवं संदेशों को स्थानीयता से जोड़ने में मदद की। भाषा के अलावा स्थानीय पोशाकों यथा पगड़ी, हैट, अंगवस्त्र इत्यादि को भी उन्होंने गांधी, नेहरू, इंदिरा गांधी जैसे लोकप्रिय नेताओं की तरह धारण कर सार्वजनिक एवं चुनावी मंचों पर आना जारी रखा। विपक्ष के नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और अर्रंवद केजरीवाल आदि ने भी स्थानीय पोशाकों एवं क्षेत्रीय रीति-रिवाजों से स्वयं को जोड़कर जनता के साथ तादात्म्य स्थापित करने की कोशिश तो की है, किंतु मोदी को छोड़कर शायद ही कोई अन्य नेता ऐसा कर पाने में सक्षम हुआ हो।