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- सियासत की बात : एक...
के. सी. त्यागी।
वर्ष 1980 में इंदिरा गांधी की पुनः सत्ता में वापसी के बाद उत्तर भारत के कई राज्यों में नए नेतृत्व को कमान सौंपी गई थी। उत्तर प्रदेश में इंदिरा गांधी ने वीपी सिंह को कमान सौंपी। उधर मुख्य विपक्षी दल में भी भारी बदलाव नजर आने लगे, जब उत्तर प्रदेश की राजनीति छोड़ चौधरी चरण सिंह राष्ट्रीय राजनीति का प्रमुख केंद्र बन गए थे। मुलायम सिंह यादव 1980 का विधानसभा चुनाव हार चुके थे। वह 1967 से विधायक थे और 1974 के चुनाव के बाद वह मुख्य विपक्षी दल भारतीय लोक दल के विधानसभा में उपनेता रह चुके थे, जबकि विपक्षी दल के नेता की कमान चरण सिंह संभाल रहे थे। चर्चित है कि चरण सिंह 1977 में भी उन्हें मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में देख रहे थे, पर कद-काठी और कम उम्र के कारण ही रामनरेश यादव का चयन किया गया। नि:संदेह मुलायम सिंह ने लगभग मृतप्रायः संगठन में जान डालने का काम करना शुरू कर दिया। चरण सिंह द्वारा माया त्यागी कांड में जेल भरो आंदोलन शुरू किया गया, तो सर्वाधिक गिरफ्तारी इटावा से हुई थी।