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- पीएम का मिशन अमरीका
दिव्याहिमाचल संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने महासभा सत्र के संबोधन में कहा है कि दुनिया शीत युद्ध की ओर अग्रसर है। दुनिया इससे पहले कभी इतनी बंटी हुई नहीं लगी। गंभीर संकट के हालात बने हैं। दुनिया गर्त की ओर बढ़ रही है। अमरीकी राष्ट्रपति जोसेफ बाइडेन ने महासभा के प्रथम संबोधन में स्पष्ट किया कि हम एक और शीत युद्ध नहीं चाहते, जिसमें दुनिया विभाजित हो। हम सभी अपनी असफलताओं के नतीजे भुगत चुके हैं। तीसरा पक्ष चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग का है, जिन्होंने प्रतिक्रिया जताई है कि यदि शीत युद्ध हुआ, तो अमरीका चीन को जिम्मेदार ठहराएगा। हम सर्वशक्तिमान या दुनिया पर शासन करने की होड़ में शामिल नहीं हैं। चीन का हमेशा मानना है कि बातचीत से सभी विवादों का हल निकल सकता है। संयुक्त राष्ट्र महासभा और विश्व की दो शीर्ष शक्तियों ने जो चिंताएं व्यक्त की हैं, उनका मूल शीत युद्ध ही है, लेकिन संबोधनों में गहरे विरोधाभास हैं। ऐसे संवेदनशील माहौल में प्रधानमंत्री मोदी अमरीका में हैं। उनका प्रवास किसी मिशन से कम नहीं है। उन्होंने अमरीकी उप राष्ट्रपति कमला हैरिस से संवाद किया है और 24 सितंबर को अमरीकी राष्ट्रपति बाइडेन के साथ प्रथम मुलाकात होगी।