सम्पादकीय

30 से ज्यादा BMI वाले लोगों को नहीं करानी चाहिए लिपोसक्शन, इससे हो सकता है खतरा: एक्सपर्ट

Rani Sahu
20 May 2022 4:44 PM GMT
30 से ज्यादा BMI वाले लोगों को नहीं करानी चाहिए लिपोसक्शन, इससे हो सकता है खतरा: एक्सपर्ट
x
सोमवार को 22 साल की कन्नड़ अभिनेत्री चेतना राज (Chetana raj) की ‘फैट-फ्री’ प्लास्टिक सर्जरी (Fat free Plastic Surgery) के दौरान कॉम्प्लिकेशन पैदा होने की वजह से बेंगलुरु के एक निजी अस्पताल में मौत गई

उन्नति गोसाईं |

सोमवार को 22 साल की कन्नड़ अभिनेत्री चेतना राज (Chetana raj) की 'फैट-फ्री' प्लास्टिक सर्जरी (Fat free Plastic Surgery) के दौरान कॉम्प्लिकेशन पैदा होने की वजह से बेंगलुरु के एक निजी अस्पताल में मौत गई. 'फैट-फ्री' प्लास्टिक सर्जरी या लिपोसक्शन (Liposuction) किसी के शरीर के आकार (शेप) को सुधारने का एक तरीका है. दिल्ली वसंत कुंज के फोर्टिस हॉस्पिटल की प्लास्टिक सर्जरी की सीनियर कंसल्टेंट डॉ. रश्मि तनेजा ने कहा कि ये सर्जरी "शरीर के विभिन्न हिस्सों जैसे जांघों, कूल्हों, नितंबों, पेट, बाहों, गर्दन या पीठ में जमा फैट (वसा) को हटाने के लिए की जाती है"
उन्होंने कहा कि "ज्यादा वजन वाले और 30 से कम बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) वाले लोगों की यह सर्जरी की जाती है. ये लोग डाइटिंग और एक्सरसाइज कर सकते हैं लेकिन इस फैट से छुटकारा नहीं पा सकते हैं." अब यदि लोग बॉडी में जमा फैट से छुटकारा पा सकते हैं तो क्या मोटे व्यक्ति को भी लिपोसक्शन कराना चाहिए?
डॉ. तनेजा कहती हैं कि लिपोसक्शन ओबेसिटी (मोटापे) का इलाज नहीं है. उन्होंने कहा, "ओबेसिटी से जुड़ी कई मेडिकल समस्याएं हैं. यदि किसी व्यक्ति का BMI 30 से ऊपर है तो उसे लिपोसक्शन कराने की सलाह नहीं दी जाती है क्योंकि सर्जरी में खतरा बढ़ जाता है. जितनी ज्यादा चर्बी हटाई जाती है रिस्क उतना ज्यादा होगा."
लिपोसक्शन से नहीं घटता मोटापा
उन्होंने कहा, "लिपोसक्शन जमा फैट से छुटकारा पाने का एक तरीका है लेकिन यह वजन घटाने का इलाज नहीं है. मोटे लोगों के लिए इस तरह की सर्जरी से गुजरने का मतलब है कि उनके शरीर को 360 डिग्री बदलना जो हेल्थ (स्वास्थ्य ) से जुड़े कई रिस्क (जोखिम) पैदा कर सकता है. इसलिए लिपोसक्शन कराने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है."
उन्होंने सलाह दी कि मोटे व्यक्ति की बेरिएट्रिक (bariatric) सर्जरी की जा सकती है. इसे किसी व्यक्ति के वजन से संबंधित सभी समस्याओं के समाधान के साथ-साथ पूर्ण और स्थायी वजन घटाने के लिए डिजाइन किया गया है.
बैरिएट्रिक और लिपोसक्शन में होता है फर्क
बैरिएट्रिक सर्जरी (Bariatric surgery) के जरिए व्यक्ति अपने शरीर में जमा फैट (चर्बी) का धीरे-धीरे इस्तेमाल करता है और इस तरह यह एक बहुत ही क्रमिक और नियंत्रित तरीके से वजन घटाने देती है. यह वजन घटाने के साथ-साथ बड़ी संख्या में वजन से संबंधित बीमारियों को कम करने में मदद करती है जैसे टाइप 2 डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, हाई कोलेस्ट्रॉल लेवल, जॉइंट अर्थराइटिस, स्लीप एपनिया, PCOS और कुछ तरह के कैंसर.
इस तरह जहां बेरिएट्रिक सर्जरी वजन और वजन से संबंधित बीमारियों को कम करने के मकसद से की जाने वाली गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल सर्जरी का एक टाइप (प्रकार) है वहीं लिपोसक्शन शरीर को आकार (शेप) और कंटूरिंग के लिए की जाने वाली कॉस्मेटिक सर्जरी है.
एक सिटिंग में लिपोसक्शन पूरा करना जरूरी
डॉ .तनेजा ने कहा कि लिपोसक्शन सर्जरी में रिस्क को कम करने के लिए सर्जरी को एक सिटिंग में पूरा करना जरूरी है. उन्होंने कहा, "लिपोसक्शन में रक्त के थक्के जमना, खून बहना, शरीर के विभिन्न हिस्सों में द्रव जमा होना जैसे रिस्क शामिल होते हैं."
Rani Sahu

Rani Sahu

    Next Story