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- यात्री ढुलाई के खंजर
हिमाचल में ट्रक पर्यटन ने पुनः धार्मिक पर्यटन के नाम कुछ चीखें और आहें कर दीं। श्रद्धा के दामन में अरदास करते भक्तों के झुंड जब बेकाबू हो जाते हैं या सैर सपाटे पर निकले लोग जब सार्वजनिक परिवहन का मजाक उड़ा देते हैं, तो यातायात व्यवस्था के जनाजे और जुर्म की दास्तान हिमाचल को बदनाम कर देती है। फिर एक ट्रक माल ढुलाई से यात्री ढुलाई में परिवर्तित होकर मैड़ी के सफर को इतना घातक बना देता है कि सड़क दुर्घटना के खंजर दो लोगों को लील कर देते हैं और बाकी तीस लोग घायल हो जाते हैं। आखिर कब तक जानलेवा यात्री ढुलाई के परिदृश्य में हिमाचल के धार्मिक मेले और तीर्थाटन की ऐसी तस्वीर श्रद्धालुओं को ही रुलाती रहेगी। यात्री वाहनों को ऐसी छूट क्यों मिलती है या हिमाचल की सरकार क्यों नहीं पड़ोसी राज्यों की सरकारों के साथ मिलकर परिवहन के ऐसे प्रबंधन को निरुत्साहित करती है। देखा जाता है कि धार्मिक आस्था के सैलाब अब कानून व्यवस्था के लिए खतरे पैदा कर रहे हैं।