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- समांतर चुनौती
इसमें कोई दो राय नहीं कि फिलहाल देश और दुनिया भर में कोरोना के संक्रमण से पार पाना एक सबसे बड़ी चुनौती है। इसलिए दूसरे देशों की तरह हमारे यहां भी लगभग समूचा स्वास्थ्य तंत्र इस महामारी से उपजे हालात का सामना करने में लगा हुआ है। संक्रमण की चपेट में आए लोगों की जैसी स्थिति हो जा रही है, उसमें इलाज के मामले में उन्हें प्राथमिकता मिलना स्वाभाविक है। संकट की व्यापकता के मद्देनजर देश के बहुत सारे अस्पतालों को केवल कोविड के मरीजों के इलाज के लिए निर्धारित कर दिया गया है। यह वक्त का तकाजा है। लेकिन इस क्रम में एक सबसे बड़ी समस्या यह खड़ी हो गई है कि कोरोना विषाणु के संक्रमण की जद में आए लोगों के इलाज के अलावा दूसरी गंभीर बीमारियों से जोखिम की स्थिति में पहुंच चुके मरीजों को अपेक्षित उपचार या चिकित्सकीय देखभाल नहीं मिल पा रही है। यहां तक कि आपात चिकित्सा की जरूरत वाले लोगों को भी अपना इलाज कराने में भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।