- Home
- /
- अन्य खबरें
- /
- सम्पादकीय
- /
- पाक आर्थिकी और
ताजातरीन आर्थिक रिपोर्टो के मुताबिक पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था संकट में है क्योंकि अंतरराष्ट्रीय वस्तुओं की कीमतों में बढ़ोतरी से पाक में महंगाई अपने चरम पर पहुंच सकती है और बैलेंस ऑफ पेमेंट पर भी काफी असर पड़ेगा। पाक वित्त मंत्रालय का कहना है कि इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय वस्तुओं की कीमतों में बढ़ोतरी घरेलू मुद्रास्फीति के साथ-साथ पेमेंट बैलेंस पर दबाव बना सकती है। पाकिस्तान की मुद्रास्फीति दर मुख्य रूप से वर्तमान और पिछली वित्तीय और मौद्रिक नीतियों, अंतरराष्ट्रीय कमोडिटी कीमतों, यूएसडी एक्सचेंज रेट व मौसमी कारकों पर निर्भर करती है। बैलेंस ऑफ पेमेंट्स के आंकड़ों के मुताबिक अगस्त 2021 में वस्तुओं और सेवाओं का आयात करीब छह अरब डॉलर पर पहुंचने की उम्मीद है। पाक से जुड़ी द न्यूज इंटरनेशनल के अनुसार आयात के विपरीत वस्तुओं और सेवाओं के निर्यात, आंकड़ों के अनुसार, आमतौर पर जून से सितंबर के दौरान नकारात्मक मौसम का अनुभव होता है।