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- दक्षिण अफ्रीका में...
आरके सिन्हा : यह कितनी बड़ी विडंबना है कि जब भारत में दक्षिण अफ्रीका के मुक्ति योद्धा नेल्सन मंडेला की जयंती पर उनका स्मरण करने का उपक्रम हो रहा था, तब कई दक्षिण अफ्रीकी शहरों में भारतवंशियों पर हमले हो रहे थे। वहां बसे भारतीयों के घरों और दुकानों को निशाना बनाया जा रहा है। एक अनुमान के मुताबिक दक्षिण अफ्रीका में 20 लाख से अधिक भारतीय मूल के लोग हैं। भारतीय मूल के लोगों को जोहानिसबर्ग और क्वाजुलु नटाल में निशाना बनाया जा रहा है। आप पूछेंगे कि हिंसक तत्वों के निशाने पर भारतीय ही क्यों हैं? इसका जवाब जानना जरूरी है। यह सब दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति जैकब जुमा को 15 महीने कैद की सजा सुनाए जाने के बाद हुआ। जुमा पर 2009 और 2018 के बीच राष्ट्रपति पद पर रहते हुए सरकारी राजस्व में लूट-खसोट का आरोप है। उन पर यह भी आरोप है कि उन्होंने भारत के उद्योगपति गुप्ता बंधुओं को खूब लाभ पहुंचाया। जिन अरबों रुपये के भ्रष्टाचार के मामलों में जुमा आरोपी हैं, उसी में गुप्ता बंधुओं का नाम भी शामिल है। आखिर जब जुमा पर दक्षिण अफ्रीकी कानूनों के तहत ही कार्रवाई की गई, तब वहां के भारतवंशियों के साथ ज्यादती करने का भला क्या तुक है?