- Home
- /
- अन्य खबरें
- /
- सम्पादकीय
- /
- उफ! देश में शहद की...
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। बचपन से शहद के बारे में सुनता आया हूं। यह सुना था कि जब परिवार में कोई बच्चा पैदा होता है छठी पर सबसे पहले बुआ उसकी जुबान पर शहद की बूंद रखती थी। थोड़ा और बड़े हुए तो पाया कि जब कभी घर में कथा होती तो पंचामृत तैयार करने के लिए शहद का इस्तेमाल किया जाता था। कई वर्ष पहले तक कभी आम आदमी को ताकतवर्धक के रूप में शहद को खाते हुए नहीं देखा था। मगर बाद में हालात यहां तक पहुंच गए कि बाबा रामदेव से लेकर डाबर कंपनी तक ने पूरे देश में शहद का तूफान ला दिया व दुकान से लेकर मदर डेयरी तक पर शहद बिकने लगा और इसकी गुणवत्ता बताने वाले विज्ञापन आने लगे। मगर हाल में आई एक खबर ने सबको हिला कर रख दिया है। इस खबर के मुताबिक देश के तमाम शहद निर्माता शहद के नाम पर चीनी बेच रहे हैं जिससे प्रतिरोधक क्षमता बढ़ने की जगह लोगों का मोटापा बढ़ रहा है।