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- एक और टीका
न दुनिया महामारी पर ठिठकी है और न विज्ञान कोरोना पर ठहरा है। दूसरी व्याधियों पर भी शोध जारी हैं और टीकों व दवाइयों की खोज भी निरंतर चल रही है। इसी बीच एक बड़ी खुशखबरी यह भी है कि एक खतरनाक श्वसन रोग से जुड़ी दवा या टीके की निर्माण प्रक्रिया अंतिम चरण में पहंुच गई है। एक प्रभावी आरएसवी टीका मानव जाति की पहुंच के भीतर है : टीका भी कोई एक नहीं, चार-चार टीके पुख्ता होने के कगार पर पहुंच गए हैं। श्वसन रोग के लिए जिम्मेदार एफ प्रोटीन संरचना को समझे आठ साल बीत चुके हैं, और तभी से एक मुकम्मल टीके को अंतिम रूप देने की कोशिश हो रही है। वैज्ञानिकों ने साल 2013 से ही आरएसवी2 को निशाना बना रखा है। आरएसवी2 मतलब रेस्पिरेटरी सिंकाइटियल वायरस। यह इंसानों के श्वसन मार्ग में संक्रमण का कारण बनता है। यह गंभीर संक्रमण है, जो हर साल दुनिया भर में 6.4 करोड़ लोगों को प्रभावित करता है। यह हर साल 5 साल से कम उम्र के 30 लाख बच्चों और लगभग 3,36,000 वयस्कों को अस्पताल में भर्ती होने पर मजबूर कर देता है। वैज्ञानिकों ने अनुमान लगाया था कि साल 2017 में छोटे बच्चों में आरएसवी से जुड़े संक्रमणों की वैश्विक स्वास्थ्य देखभाल लागत 5.45 अरब अमेरिकी डॉलर थी।
हिंदुस्तान।