- Home
- /
- अन्य खबरें
- /
- सम्पादकीय
- /
- विश्व युद्ध की दहलीज...

अमरीका ने यूक्रेन को 200 स्टिंगर मिसाइल और 35 करोड़ डॉलर दिए हैं। जर्मनी ने भी 500 स्टिंगर मिसाइल मुहैया कराई हैं। अमरीका ने 100 करोड़ डॉलर की अतिरिक्त आर्थिक मदद की घोषणा भी की है। इनके अलावा कनाडा, डेनमार्क, नीदरलैंड्स, ऑस्टे्रलिया, टर्की, फ्रांस, ब्रिटेन आदि देशों ने भी यूक्रेन को या तो हथियार भेज दिए हैं अथवा प्रक्रिया में होंगे। ये देश लड़ाकू विमान, एंटी टैंक हथियार, एंटी विमान मिसाइल, मशीनगन, रॉकेट लॉन्चर, असॉल्ट राइफलें, गोला-बारूद, ऑर्टिलरी, बुलेट प्रूफ जैकेट और हेलमेट आदि यूक्रेन को देंगे। यूक्रेन रूस और अमरीका सरीखी महाशक्तियों के बीच एक नया 'कुरुक्षेत्र' बन गया है। यूरोप और नाटो देश यूक्रेन की आर्थिक और मानवीय मदद भी कर रहे हैं। दुनिया में दो खेमे खिंच गए हैं। एक तरफ अमरीका, यूरोप, नाटो देश हैं, तो दूसरी ओर रूस के साथ मात्र पांच देश हैं। इन्हीं देशों ने संयुक्त राष्ट्र महासभा मंे रूस के पक्ष में मतदान किया था, जबकि 141 देश रूस की युद्ध-नीति के खिलाफ थे। हालांकि चीन और भारत यूएन महासभा और सुरक्षा परिषद में रूस के खिलाफ प्रस्ताव पर 'तटस्थ' रहे हैं, लेकिन यदि विश्व युद्ध हुआ और युद्ध यूक्रेन के बाहर गया, तो चीन रूस का साथ देगा और दोनों देश मिलकर लड़ेंगे। शांति और समझौते के प्रयास नगण्य हैं।
क्रेडिट बाय दिव्याहिमाचल
