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- राष्ट्र-समाज सेवा का...
राष्ट्रीय सेवा योजना, ऊर्जा से परिपूर्ण एक ऐसा नाम, जो युवाओं में निःस्वार्थ भाव, सेवा संकल्प, सच्चाई व नेतृत्व जैसे गुणों का विकास कर देता है, यानी राष्ट्रीय सेवा योजना से जुड़े युवाओं के लिए एनएसएस स्वयंसेवी नाम होने से ही उन्हें प्रेरणा व ऊर्जा का गर्वमयी आभास होने लगता है। राष्ट्रीय सेवा योजना भारत सरकार के युवा मामले व खेल मंत्रालय का एक संगठित कार्यक्रम है जोकि राष्ट्र के युवाओं में नेतृत्व, सामूहिक एकता व सेवा भाव लाने में आधुनिक समय में एक बहुत बड़ा सशक्त साधन सिद्ध हो रहा है। राष्ट्रीय सेवा योजना को इसके स्थापना के उद्देश्य से समझने का प्रयास करंे तो धरती पर कुछ भी निश्चित नहीं है। प्रकृति कभी न कभी अपना विराट रूप दिखाती ही है और आपदाओं को जन्म देती है जिससे जान-माल को भारी नुकसान होने की संभावना बनी रहती है। ऐसी स्थिति में सरकारी और गैर-सरकारी संगठन सहायता और रोग-उपचार के लिए अनेक समुदाय व संस्थाएं सामने आती हैं, लेकिन यह सदा संभव नहीं होता कि वे समय पर पहुंचें। कई कारक ऐसे होते हैं जिनकी वजह से इनके कार्यों में रुकावट आना लाजमी है। इसलिए अनेकों स्वयंसेवी संस्थाएं अस्तित्व में आईं और सामाजिक कल्याण के लिए निःस्वार्थ भाव से सेवा कार्य में जुट गइर्ं। इन्हीं स्वयंसेवी संस्थाओं में मुख्य नाम आता है छात्रों व युवाओं की संस्था राष्ट्रीय सेवा योजना का। एनएसएस एक ऐसी स्वयंसेवी संस्था है जो 24 सितंबर सन 1969 को अस्तित्व मंे आई जिसमें प्रत्येक वर्ष लाखों स्वयंसेवी पंजीकृत होते हैं तथा सामाजिक कार्यों का हिस्सा बनते हैं। देश में कहीं भी बाढ़, आग, सूखा, भुखमरी, महामारी या अन्य कोई आपदा आती है तो सर्वप्रथम एनएसएस के स्वयंसेवी ही सक्रिय तौर पर सेवा व बचाव राहत कार्यों में बिना बोले जुट जाते हैं।