सम्पादकीय

अब दूसरी जगह सक्रिय हों राहुल

Triveni
16 Aug 2021 5:08 AM GMT
अब दूसरी जगह सक्रिय हों राहुल
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भाजपा के एक नेता ने राहुल गांधी का मजाक उड़ाते हुए कहा कि वे एक ही जगह सक्रिय थे और वहां से भी उनको बाहर का रास्ता दिखा दिया गया।

भाजपा के एक नेता ने राहुल गांधी का मजाक उड़ाते हुए कहा कि वे एक ही जगह सक्रिय थे और वहां से भी उनको बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। यह बात कुछ हद तक सही है। संसद के मॉनसून सत्र को आखिरी दो हफ्तों को छोड़ दें तो राहुल गांधी ट्विटर के बाहर कहीं सक्रिय नहीं थे। वे हर मसले पर ट्विट करके अपना राजनीतिक कर्तव्य पूरा कर रहे थे। कांग्रेस के नेता आंदोलन करते भी थे तो राहुल सिर्फ ट्विटर पर उनका समर्थन करते थे। अब ट्विटर ने उनका एकाउंट बंद किया है तो वे और पूरी पार्टी इसके लिए लड़ाई लड़ रहे हैं। राहुल गांधी कह रहे हैं कि ट्विटर ने लोकतंत्र पर हमला किया था। लेकिन ट्विटर ने जब आईटी मंत्री रविशंकर प्रसाद का एकाउंट एक घंटे के लिए बंद किया था तब राहुल या कांग्रेस ने इसे लोकतंत्र पर हमला नहीं बताया था।

बहरहाल, अब ट्विटर एकाउंट बंद होने से राहुल को मौका मिला है कि वे आभासी दुनिया से बाहर निकलें और वास्तविक दुनिया में राजनीति करें। उन्होंने मॉनसून सत्र के आखिरी दो हफ्ते में जो किया उसका विस्तार करें। उन्होंने विपक्षी नेताओं के साथ वर्चुअल नहीं, बल्कि वास्तविक बैठक की, साइकिल से संसद गए और एक दिन ट्रैक्टर चला कर भी संसद पहुंचे। अब वे इसी तरह की राजनीति करें, ट्विटर छोड़ें। अगर वे इस मौके का लाभ उठाना चाहते हैं तो किसान आंदोलन में जाकर शामिल हों और जाति आधारित जनगणना की मांग को लेकर सड़क पर उतरें। पेगासस जासूसी और महंगाई का मुद्दा लेकर भी वे सड़क पर आंदोलन कर सकते हैं। अगर वे सड़क पर उतरेंगे तो अपने आप ट्विटर सहित दूसरे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर छाए रहेंगे।
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