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- अब मीट यू नेक्स्ट...
मुझे ये तो पता था कि आज शाम को ही या कल हर हाल में हिंदी मम्मा का पखवाड़े भर बिछा बोरिया बिस्तर उठने वाला है। पखवाड़ा भर अपने साथ रखने के बाद हिंदी का हिंदी मम्मा मोरिया, अगले बरस तू सिंतबर आ! के उद्घोषों के साथ विसर्जन किया जाना है, पर ये पता नहीं था कि कितने बजे की ट्रेन से हिंदी मम्मा रूखसत होंगी। पर ज्यों ही सुबह सुबह मेरे खास हिंग्लिश प्रेमी मित्र का फोन आया कि जिला हिंग्लिश अधिकारी हिंदी मम्मा को दस एम शार्प वाली ट्रेन में रेलवे स्टेशन छोडऩे जा रहे हैं तो मैं पागल हुआ। मैंने आनन फानन में अपना ताजा छपा मौलिक चुटकुला संग्रह अखबार में लपेट अपने को कुरते पाजामे में जैसे तैसे पता नहीं कैसे लपेटा और रेलवे स्टेशन की ओर हवा हो लिया, इस इरादे से कि वहीं उनके कर कमलों द्वारा उसका विमोचन करवा अपने को कालजयी बना लूंगा ताकि कम से कम हिंदी मम्मा को पता चले कि उनका एक हिंदी प्रेमी पखवाड़ा भर ही उनका प्रेमी न होकर सारा साल उनसे निष्काम प्रेम करता है।