सम्पादकीय

कानून के ऊपर कोई नहीं

Gulabi
26 Oct 2020 9:12 AM GMT
कानून के ऊपर कोई नहीं
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जल्द ही ऐसे कानूनी कदम के दायरे में आ सकती है।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क।कानून के ऊपर कोई नहीं। फिलहाल, दुनिया की सबसे बड़ी इंटरनेट कंपनी गूगल के खिलाफ मुकदमा अमेरिकी न्याय विभाग और 11 अलग-अलग अमेरिकी राज्यों ने एंटीट्रस्ट कानून के कथित उल्लंघन के मामले में दायर किया है। गूगल पर आरोप है कि वह ऑनलाइन खोज में प्रतिस्पर्धा और उपभोक्ता हितों को नुकसान पहुंचाने के लिए अपने प्रभुत्व का दुरुपयोग कर रही है। ये मुकदमा दाखिल करने के कयास लंबे अरसे से लगाए जा रहे थे। अब इस पर अमल कर दिया गया है। कहा गया है कि यह मामला जमीनी स्तर पर प्रतिस्पर्धा को बचाने के लिए सरकार का एक जरूरी कदम है। गूगल की मालिक कंपनी अल्फाबेट इंक है।

सर्च इंजन के रूप में गूगल ही सबसे ज्यादा चर्चित और उपयोग में है। यूजर गूगल के माध्यम से किसी भी ऑनलाइन खोज को अंजाम देते हैं। इसका फायदा गूगल को होता है। सर्च इंजन के रूप में गूगल को हर साल साल अरबों डॉलर का मुनाफा होता है। मुकदमे में आरोप लगाया गया है कि गूगल फोन निर्माता कंपनियों को यह सुनिश्चित करने के लिए पैसे देता है कि डिफॉल्ट सर्च इंजन उसका ही हो। गूगल का कारोबार इतना सफल है कि 2019 में उसका राजस्व 162 अरब डॉलर था। अल्फाबेट इंक का बाजार मूल्य 1,000 अरब डॉलर से अधिक है। वैसे अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव से पहले अमेरिकी न्याय विभाग की तरफ से दायर मुकदमे के पीछे राजनीतिक मकसद भी तलाशे जा रहे हैं। कुछ विशेषज्ञों के मुताबिक यह कदम राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के राजनीतिक चुनावी रणनीति का हिस्सा है। ट्रंप ने अपने समर्थकों को अतीत में बार-बार आश्वासन दिया था कि वे बड़ी कंपनियों को जवाबदेह ठहराएंगे। अब उन्होंने ऐसा संदेश देने की कोशिश की है। बहरहाल, इससे यह जाहिर हुआ है कि अमेरिका में कंपनी चाहे जितनी बड़ी हो जाए, वह कानून के ऊपर कभी नहीं समझी जाती।

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