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- वैक्सीनेशन की नई...
भारत में कोरोना संक्रमितों की संख्या फिर उछाल मारने लगी है जो चिंता बढ़ा रही है। यद्यपि 16 फरवरी से शुरू हुए पहले चरण में काफी तेजी से टीके दिए गए और अब तक एक करोड़ से ऊपर डोज दिए जा चुके हैं, फिर भी स्वास्थ्य कर्मियों को टीके की दो डोज देने का लक्ष्य पूरा नहीं हो पाया। देश के महाराष्ट्र, केरल समेत 18 राज्यों में कोरोना के ब्रिटेन बेरिएंट के मामले तेजी से सामने आ रहे हैं, इसे देखते हुए यह जरूरी था कि सरकार टीकाकरण की नई रणनीति के साथ सामने आए। अब सरकार के सामने बड़ी चुनौती यह है कि कम से कम समय में अधिक से अधिक लोगों को वैक्सीन दिया जाए। इसमें कोई संदेह नहीं कि कोरोना पर अंकुश लगाने के लिए सीरम द्वारा तैयार भारतीय वैक्सीन दुनया भर में सबसे अधिक कारगर साबित हुई है। अमेरिका समेत कई देशों में कोरोना की दूसरी लहर अगर कुछ हद तक काबू दिख रही है तो उसके बड़े पैमाने पर टीकाकरण की महत्वपूर्ण भूमिका मानी जा रही है। केन्द्र सरकार ने टीकाकरण की रणनीति में सबसे बड़ा परिवर्तन यह किया है कि आज से शुरू हो रहे टीकाकरण के दूसरे चरण में निजि अस्पतालों को भी जोड़ दिया गया है। अब 60 वर्ष से ऊपर के सभी व्यक्ति तथा 45 साल से ऊपर के कोमॉर्विडिटी यानी एक से ज्यादा रोग वाले लोग टीका लगवा सकते हैं। निजि अस्पतालों में कोरोना वैक्सीन की कीमत 250 रुपए रखी गई है।