- Home
- /
- अन्य खबरें
- /
- सम्पादकीय
- /
- नेपाल में नई सरकार,...
फाइल फोटो
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ नेपाल (माओइस्ट सेंटर) के नेता पुष्प कमल दहाल उर्फ प्रचंड ने एक नाटकीय घटनाक्रम के तहत सोमवार को नेपाल के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ले ली। वह तीसरी बार नेपाल के प्रधानमंत्री बने हैं। प्रचंड पड़ोसी देश में राजशाही के खिलाफ दस वर्षों (1996 से 2006) तक चले भूमिगत मुक्ति युद्ध के सबसे बड़े नेता रहे हैं। पिछले महीने हुए चुनावों में किसी भी दल या गठबंधन को बहुमत न मिलने के कारण सरकार बनाने के सवाल को लेकर वहां कुछ समय से सस्पेंस बना हुआ था। प्रचंड की पार्टी सीपीएन (एमसी) ने नेपाली कांग्रेस के साथ गठबंधन में यह चुनाव लड़ा था, लेकिन दोनों दलों में इस बात पर विवाद था कि गठबंधन सरकार का नेतृत्व पहले कौन करेगा। जब यह विवाद आखिर तक हल नहीं हो सका तो राष्ट्रपति द्वारा दी गई समय सीमा (रविवार शाम पांच बजे) से कुछ घंटे पहले प्रचंड ने गठबंधन से बाहर निकलने की घोषणा कर दी। उसके बाद घटनाचक्र तेजी से घूमा और कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ नेपाल (यूएमएल) के नेता केपी शर्मा ओली और अन्य छोटी पार्टियों के समर्थन की बदौलत उन्होंने सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया। सहमति यह बनी है कि पांचवर्षीय कार्यकाल के पहले ढाई साल प्रचंड पीएम रहेंगे और बाद के ढाई साल केपी शर्मा ओली।