सम्पादकीय

नया हथकंडा

Subhi
5 July 2021 3:00 AM GMT
नया हथकंडा
x
इस्लामाबाद में भारतीय उच्चायोग परिसर के ऊपर ड्रोन मंडराने की खबर ने भारत-पाकिस्तान के रिश्तों में और तनाव पैदा कर दिया है।

इस्लामाबाद में भारतीय उच्चायोग परिसर के ऊपर ड्रोन मंडराने की खबर ने भारत-पाकिस्तान के रिश्तों में और तनाव पैदा कर दिया है। यह मामला सीधे-सीधे उच्चायोग की जासूसी और सुरक्षा में सेंध का है। इससे पता चलता है कि भारत को आतंकित करने के लिए पाकिस्तान अब किस तरह के हथकंडे आजमा रहा है। जम्मू के वायु सेना अड्डे पर ड्रोन से बम गिरने के कुछ घंटे पहले ही छब्बीस जून को भारतीय उच्चायोग परिसर पर ड्रोन उड़ता देखा गया था। उस समय उच्चायोग में भारत की आजादी के पचहत्तर साल पूरे होने का आयोजन चल रहा था। इसमें कई देशों के राजनयिक भी मौजूद थे। इससे ऐसी अटकलें लगाना स्वाभाविक ही है कि ड्रोन के जरिए उच्चायोग के भीतर की जासूसी करवाई जा रही होगी।

घटना के तुरंत बाद उच्चायोग के सुरक्षा अधिकारियों ने पाकिस्तानी सुरक्षा अधिकारियों से संपर्क किया। इस घटना पर पाकिस्तानी सुरक्षा अधिकारियों को तत्काल जो कदम उठाने चाहिए थे, वैसा कुछ नहीं हुआ। पाकिस्तानी सुरक्षा अधिकारियों का ऐसा रवैया यह बताने के लिए काफी है कि आखिर इस तरह की घटना के पीछे किसका हाथ रहा होगा। अगर यही सुरक्षा चूक किसी अन्य देश के दूतावास के साथ होती तो तब भी वहां के सुरक्षा अधिकारी क्या इसी तरह पेश आते!

भारतीय उच्चायोग परिसर पर ड्रोन उड़ने की घटना को भारत ने पाकिस्तान के समक्ष उठाया और गहन जांच कराने को कहा। लेकिन पाकिस्तान ऐसी किसी घटना के होने से साफ इंकार कर रहा है। उसने उच्चायोग परिसर की सुरक्षा में खामी की बात भी नहीं मानी। उल्टे यह कह दिया कि भारत ने अब तक ऐसा कोई साक्ष्य ही नहीं दिया है जिसके आधार पर मामले की जांच करवाई जाए। उसने इस मामले को तेईस जून को लाहौर में हुए बम धमाके की घटना से भी जोड़ डाला। पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि भारत ऐसे वक्त में यह मामला उठा रहा है जब लाहौर धमाके के मामले में सबूत जुटाए जा रहे हैं।

जाहिर है पाकिस्तान भारत के खिलाफ लगातार साजिशें रच रहा है। पड़ोसी देश का यह रवैया रिश्तों को और बिगाड़ने वाला ही कहा जाएगा। यह घटना इसलिए भी गंभीर है कि इसके कुछ घंटे बाद ही जम्मू के वायु सेना अड्डे को निशाना बनाया गया था। लिहाजा यह माना जा सकता है कि भारतीय ठिकानों को निशाना बनाने की साजिश की जानकारी पाकिस्तानी सत्ता प्रतिष्ठान को रही होगी।

ड्रोन कांड पर पाकिस्तान की ओर से जितने भी बयान आए हैं, उनमें वह खुद ही उलझता जा रहा है। इस्लामाबाद में जहां भारतीय उच्चायोग का दफ्तर है, वह सबसे कड़ी सुरक्षा वाला इलाका है। उच्चायोग के पास ही पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय, सुप्रीम कोर्ट, दूसरे देशों के दूतावास और सत्ता प्रतिष्ठान के दूसरे महत्त्वपूर्ण दफ्तर भी हैं। यहां खासतौर से भारतीय उच्चायोग में आने वाले हर शख्स की गहन जांच होती है।

ऐसे में कोई ड्रोन भारतीय उच्चायोग के ऊपर मंडराने लगे तो यह हैरानी की बात है। क्योंकि पाकिस्तानी सुरक्षा एजंसियों की मर्जी के बगैर ड्रोन तो क्या परिंदा भी पर नहीं मार सकता। भारतीय उच्चायोग की जासूसी या कर्मचारियों को प्रताड़ित करने और डराने-धमकाने की घटनाएं पहले भी होती रही हैं। पाकिस्तान को यह समझना चाहिए कि राजनयिक स्तर पर होने वाली इस तरह की घटनाएं संबंधित देश पर किसी हमले से कम नहीं होतीं।


Next Story