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- प्रवासियों से सहयोग का...
हाल ही में विश्व बैंक के द्वारा जारी 'माइग्रेशन एंड डेवलमपेंट ब्रीफ' रिपोर्ट 2021 के मुताबिक विदेश में कमाई करके अपने देश में धन (रेमिटेंस) भेजने के मामले में इस वर्ष 2021 में भारतीय प्रवासी दुनिया में सबसे आगे रहे हैं। रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 2021 में प्रवासी भारतीयों ने 87 अरब डॉलर की धन राशि स्वदेश भेजी है। यह धन राशि पिछले वर्ष की तुलना में 4.6 फीसदी अधिक है। इसमें सबसे अधिक 20 फीसदी धन राशि अमेरिका से प्रवासी भारतीयों के द्वारा भेजी गई है। पिछले 6-7 वर्षों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा प्रवासी भारतीयों के लिए किए गए विशेष प्रयासों से प्रवासियों का भारत के लिए सहयोग और स्नेह लगातार बढ़ता हुआ दिखाई दे रहा है। वैश्विक स्तर पर विभिन्न देशों के प्रवासियों के द्वारा 2021 में कुल 589 अरब डॉलर की राशि अपने-अपने देशों में भेजी गई है, जबकि 2020 में उनके द्वारा भेजी गई धनराशि 540 अरब डॉलर थी। प्रवासियों से धन प्राप्त करने वाले दुनिया के विभिन्न देशों की सूची में भारत वर्ष 2008 से अब तक पहले क्रम का देश बना हुआ है। प्रवासियों से धन प्राप्त करने में भारत के बाद चीन, मैक्सिको, फिलीपींस और मिस्त्र के क्रम हैं। जहां पिछले वर्ष 2020 में कोविड-19 के कारण भारतीय अर्थव्यवस्था 7.3 फीसदी की ऋणात्मक विकास दर की स्थिति में पहुंच गई थी, वहीं दुनिया के विभिन्न देशों की अर्थव्यवस्थाओं में धीमापन आने के कारण भारतीय प्रवासियों की आमदनी में बड़ी कमी आई थी। फिर भी आर्थिक मुश्किलों के बीच भारतीय प्रवासियों के द्वारा पिछले वर्ष भेजी गई 83 अरब डॉलर की बड़ी धनराशि से भारतीय अर्थव्यवस्था को बड़ा सहारा मिला था। अब इस वर्ष 2021 में प्रवासियों के द्वारा भेजी गई 87 अरब डॉलर की धनराशि अर्थव्यवस्था को गतिशील करने के मद्देनजर बड़ी अहम रही है। यह बात भी महत्त्वपूर्ण है कि कोरोना संक्रमण की पहली लहर के समय जब विदेशों में जो जहां था, उसे वहीं लॉक कर दिया गया था, उड़ानें रुक गई थी। इससे विदेशी ज़मीन पर लाखों भारतीय उद्यमी, कारोबारी तथा पर्यटक फंस गए थे। ऐसे में चिंता और अनिश्चितता के दौर में फंसे भारतीयों को प्रवासी भारतीयों का हर तरह से साथ मिला था। वर्ष 2021 की दूसरी तिमाही यानी अप्रैल से जून के दौरान कोरोना संक्रमण की दूसरी दर्दनाक लहर के बीच भारतीय प्रवासियों ने भारत में स्वास्थ्य सेवाओं को अधिक मजबूत करने के लिए जहां पीएम केयर्स में भरपूर योगदान दिया, वहीं देश के कोने-कोने में कोरोना पीडि़त परिवारों को मदद पहुंचाने में प्रवासी भारतीयों के द्वारा बेमिसाल सहयोग व स्नेह के नए अध्याय लिखे गए हैं।