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- Nepal Politics: नेपाल...
श्याम सुंदर भाटिया। लंबे समय से जारी राजनीतिक उथल-पुथल के बीच नेपाल फिर मध्यावधि चुनाव के मुहाने पर आ गया है। नेपाल की राष्ट्रपति बिद्या देवी भंडारी ने सभी दलों को सरकार बनाने का मौका दिया, ताकि मध्यावधि चुनाव को टाला जा सके, लेकिन सत्ताधारी दल समेत सभी दल सरकार के गठन में नाकाम रहे तो उन्होंने संसद भंग करते हुए नवंबर में चुनाव कराने की घोषणा कर दी। हालांकि इससे पूर्व एक बार फिर प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली और विपक्षी दलों ने सांसदों के हस्ताक्षर वाले पत्र सौंपकर सरकार बनाने का दावा किया था। चूंकि कुछ सांसदों के नाम इन दोनों पत्रों पर कॉमन थे, इसीलिए राष्ट्रपति भंडारी ने बड़ा फैसला लेते हुए प्रतिनिधि सभा संसद को भंग कर दिया। नेपाल में अब नवंबर में चुनाव होंगे। सच मानिए, नेपाल में पेंडुलम की मानिंद सियासत को अब कड़ा इम्तिहान देना होगा, क्योंकि संविधान बनने के बाद नेपाल में गठबंधन की सियासत फेल हो गई है।