सम्पादकीय

नापाक मंसूबे

Subhi
23 Feb 2022 6:11 AM GMT
नापाक मंसूबे
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‘विचारों की तंग गलियां’ के माध्यम से हिजाब विवाद के बहाने सरकारों की नाकामी को ठीक से उजागर किया गया है।

'विचारों की तंग गलियां' (दुनिया मेरे आगे, 19 फरवरी) के माध्यम से हिजाब विवाद के बहाने सरकारों की नाकामी को ठीक से उजागर किया गया है। बिलकुल सपाट शब्दों में उन्होंने कहा कि रोजगार की मांग करने वालों के साथ पुलिस मारपीट करती है, लेकिन धार्मिक नारे लगाते हुड़दंगियों को कोई रोक नहीं पाता।

उल्लेखनीय है कि भारत में सदियों से महिलाएं सिर ढंकने के लिए हिजाब, दुपट््टे या साड़ी के पल्लू का इस्तेमाल करती आई हैं, हिजाब को लेकर उठा नया विवाद मुसलमान लड़कियों को डराने, धमकाने, उत्पीड़ित करने और उन्हें शिक्षा के अधिकार से वंचित करने की शर्मनाक कोशिश है। आज सिर ढंकने के अधिकार की मांग करने पर भी मुसलिम लड़कियों को देशद्रोही और आतंकी ठहराया जा रहा है, इस अभियान के पीछे पितृसत्तावादी मंसूबों को पहचानने की जरूरत है।

यूक्रेन के साथ रूस की तनातनी ने पूरे विश्व को तृतीय विश्व युद्ध के मुहाने पर लाकर खड़ा कर दिया है। एक तरफ अमेरिका सहित पश्चिमी दुनिया के नाटो संगठन के तीस देश तथा दूसरी ओर रूस और चीन जैसे सामरिक ताकत वाले देशों द्वारा अपना प्रभुत्व कायम करने की अति महत्त्वाकांक्षा ने विव के अस्तित्व को संकट में डाल दिया है। अगर युद्ध हुआ तो इसका प्रथम प्रारूप ही परमाणु युद्ध होगा और पृथ्वी का बहुत बड़ा हिस्सा उजाड़ क्षेत्र में तब्दील हो जाएगा।

परमाणु युद्ध के कारण सभी ग्लेशियर पिघल जाएंगे और समुद्र तल में बहुत बड़ा इजाफा होगा, जिससे बची-खुची मानवजाति के रहने लायक भूमि भी बाकी नहीं रह सकेगी। प्राकृतिक संपदा नष्ट होने से अकाल, बाढ़ और अनेक प्रकार के नियमित झंझावात सक्रिय हो जाएंगे। जंगल और वन्यप्राणी नष्ट हो जाएंगे। समय की आवश्यकता है कि तमाम समझदार देश मनुष्य जाति के उत्थान के लिए युद्ध के बजाय शांति संगठन बनाएं।

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप चुनाव हारने के बाद लगातार विवादों में बने हुए हैं। चुनावों में डोनल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया पर जबर्दस्त प्रचार किया था, मगर वे सफल नहीं हो सके। राष्ट्रपति चुनाव के दौरान कई सोशल मीडिया प्लेटफार्म ने ट्रंप के सोशल मीडिया अकाउंट रोक दिए थे, जिसके बाद उन्होंने अलग-अलग मंचों पर जाकर कहा था कि मेरे विरोधी सोशल मीडिया मंचों के साथ मिल कर मेरी आवाज दबाना चाहते हैं।

उन्होंने यह भी कहा था कि मेरी आवाज कोई भी सोशल मीडिया प्लेटफार्म नहीं रोक सकता, क्या हुआ अगर मुझे ट्विटर और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म ने प्रतिबंधित कर दिया है, मैं अपना सोशल मीडिया प्लेटफार्म स्थापित करूंगा। अब डोनल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म ट्रुथ सोशल ऐप को ट्रंप मीडिया एंड टेक्नोलाजी ग्रुप में बनाया है। अमेरिका के पूर्व प्रतिनिधि डेविन नून्स, ट्रंप की मीडिया कंपनी की देखरेख कर रहे हैं। उन पर हिंसा भड़काने वाले संदेश साया करने का आरोप लगा था।


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