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- झारखंड विधान सभा में...
ब्रज मोहन सिंह। पटना/रांची. राजनीति में कुछ फैसले अनायास लिए जाते हैं और कुछ फैसले सायास भी लिए जाते हैं जिसके पीछे कई राजनीतिक निहितार्थ छुपे हो सकते हैं. झारखंड विधान सभा में अलग से नमाज अदा करने के लिए कमरा आवंटित किए जाने से वहाँ की राजनीति गरमा गई है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (CM Hemant Soren) इस फैसले को जायज ठहरा रहे हैं, विधान सभा अध्यक्ष रवीद्र नाथ महतो (Speaker of Legislative Assembly Rabindra Nath Mahto) इस फैसले को सही ठहरा रहे हैं. वहीं बीजेपी (BJP) इस फैसले को "विभाजनकारी और दुर्भाग्यपूर्ण" ठहरा रही है. बात सिर्फ इतनी सी नहीं है दरअसल बात यहीं से शुरू होती है. हेमंत सोरेन ने ये फैसला अज्ञानता में नहीं लिया होगा, क्योंकि इसके लिए बकायदा एक सरकारी प्रपत्र निकालकर अलग से कमरा भी एलॉट किया गया. इसके विरोध में स्वर उठने के बाद हेमंत सोरेन की पार्टी जेएमएम और कांग्रेस (JMM and Congress) एक साथ फैसले के पक्ष में आ खड़ी हुई.