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- मु़गल और आक्रांता
सलमान खुर्शीद के बाद अब मणिशंकर अय्यर ने एक बेमानी बहस छेड़ दी है। बेमानी इसलिए है कि जिन घटनाओं और चेहरों का संबंध 500-600 साल पुरानेे कालखंड से हो और आज उनकी प्रासंगिकता भी कुछ न हो, मणिशंकर ने उनका जि़क्र किया है। उन्होंने मुग़ल शासकों को 'अपना' माना है। उनका दावा है कि मुग़लों ने धर्म पर अत्याचार नहीं किए और न ही धर्मान्तरण कराए। मुग़ल शासक अकबर ने तो हिंदुस्तान पर 50 साल राज किया। बाबर सिर्फ 4 साल भारत में रहा। उसे भारत पसंद नहीं आया। मणिशंकर यह भी दावा कर रहे हैं कि मुग़लों ने 666 साल तक हिंदुस्तान पर राज किया। उनके बाद 1872 में ब्रिटिश हुकूमत ने हमारे देश में पहली बार जनगणना कराई, तो मुस्लिम आबादी करीब 24 फीसदी थी और हिंदू 72 फीसदी थे। आज तक मुस्लिम आबादी भारत में बढ़ी नहीं है, बल्कि घटी है और हिंदू 80 फीसदी से अधिक हैं। यदि मुग़लों ने धार्मिक अत्याचार किए होते और जबरन धर्मान्तरण कराए होते, तो मुसलमान आबादी का आंकड़ा कुछ और होना चाहिए था। मणिशंकर गर्व महसूस करते हैं कि केंद्रीय मंत्री और सांसद के तौर पर वह दिल्ली के अकबर रोड वाले सरकारी आवास में रहे। उनकी कांग्रेस पार्टी का मुख्यालय भी अकबर रोड पर है। उन्हें अकबर, महाराणा प्रताप या शाहजहां के नामांे से कोई फर्क नहीं पड़ता।
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