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- मातृ हंता पुत्र
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ की वह घटना रोंगटे खड़े करने वाली है जिसमें ऑनलाइन गेम खेलने से रोकने वाली मां को नाबालिग बेटे ने गोली चलाकर मार दिया। पश्चिम बंगाल में तैनात सेना के एक जूनियर कमीशंड अफसर के बेटे ने पिता के लाइसेंसी हथियार से अपनी मां को उस वक्त मार डाला जब वह रात में सो रही थी। प्रतिबंधित व विवादास्पद ऑनलाइन गेम पबजी खेलने का आदी यह किशोर इस बात से नाराज था कि मां उसे यह खेल नहीं खेलने देती। दुस्साहस की हद देखिये कि उसने मां के शव को दो दिन घर में छिपाये रखा और छोटी बहन को आतंकित किया कि किसी को खबर दी तो उसे भी मार देगा। जब घर में रखे मां के शव से बदबू आने लगी तो पिता को यह कहकर फोन पर भ्रमित किया कि किसी ने मां की हत्या कर दी। संवेदनहीनता की पराकाष्ठा देखिये कि इस दौरान उसने दोस्तों को घर बुलाकर पार्टी की, बाहर से खाना मंगाया और दोस्तों के साथ पबजी खेला। यहां तक कि पिता को गुमराह किया कि पिछले दिनों घर में बिजली ठीक करने वाले इलेक्ट्रीशियन ने छत के रास्ते आकर मां को मार दिया। बाद में पुलिस की सख्ती व बहन के बयान से वह टूट गया। विडंबना देखिये कि बनारस के रहने वाले फौजी अफसर ने बच्चों को इसलिये लखनऊ में किराये का मकान लेकर रखा कि बच्चे राजधानी में अच्छी पढ़ाई कर सकें। अब तक ऐसी खबरें विदेशों से आती थी कि फलां लड़के ने छोटी सी बात पर मां-बाप की हत्या कर दी। श्रवण कुमार के देश में ऐसी घटनाएं विचलित कर रही हैं कि मोबाइल-इंटरनेट के दौर में हमारे बच्चे किस दिशा में जा रहे हैं। प्लेयर अननोन बैटल ग्राउंड यानी पबजी को लेकर देश में कई हादसे पहले भी सामने आये हैं जिसकी शिकायत अभिभावकों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी की थी।