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- मोदी के आठ साल और...
मोदी सरकार के आठ वर्ष अभी कुछ ही दिन पहले मई के अंतिम सप्ताह में पूरे हुए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज़ादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर देवभूमि हिमाचल से देश को आज़ादी के परवानों के स्वप्नों के अनुकूल नई बुलंदियों तक पहुंचाने का संकल्प लेकर न केवल देवभूमि हिमाचल को गौरवान्वित किया है, बल्कि समस्त भारतवासियों में एक नए जोश का संचार किया है। मुझे याद आ रहा है वर्ष 2014 से पूर्व का वह समय जब शायद ही कोई ऐसा पल गुज़रा हो जब देश की जनता को भ्रष्टाचार और घोटालों से दो-चार न होना पड़ा हो। 'मज़बूर' प्रधानमंत्री आंखें मूंदे देश की दुर्दशा देखते रहे। 2-जी स्पेक्ट्रम जैसे ऐसे घोटाले सामने आए जिसमें प्रति 45 मिनट में 1.76 लाख करोड़ रुपए के घोटाले की खबरें प्रकाश में आईं। अनिश्चितता के इस दौर में युवाओं का हताश होना स्वाभाविक था। देश के 15 करोड़ युवा मतदाता आशा भरी नज़रों से ऐसे रहनुमा की ओर देख रहे थे जिसका संकल्प सेवा, सुशासन और ग़रीब कल्याण हो। इस दृष्टि से वर्ष 2014 के चुनाव देश के लिए अत्यंत ही महत्वपूर्ण थे। नरेंद्र मोदी ने देश का नेतृत्व संभालने का निर्णय लेकर मतदाताओं में आशा और विश्वास का दीप प्रज्वलित किया। मोदी जी ने देश के कोने-कोने में जाकर लोगों को देश की स्थिति से अवगत कराया और देश के नव निर्माण में लोगों से सहयोग देने की अपील के साथ देश का नेतृत्व संभाला। घर-घर मोदी और हर घर मोदी के नारों से लेकर 'मोदी है तो मुमकिन है' की प्रेरणास्पद पंक्तियों ने देश के हर नागरिक के मन में आत्म विश्वास पैदा किया।
सोर्स- divyahimachal