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- मोदी शासन की मजबूत...
पहले लद्दाख के पैंगोंग इलाके से चीनी सेना के पीछे लौटने और फिर पाकिस्तान की ओर से संघर्ष विराम पर सहमत हो जाने से मोदी शासन की मजबूत सरकार वाली छवि और पुख्ता हुई है। चीन और पाकिस्तान के साथ यह जो सहमति बनी, उससे भारतीय सेना को एक बड़ी राहत भी मिली है। लद्दाख में चीन से टकराव वाली स्थिति तभी से बनी हुई थी, जब गलवन में दोनों देशों के सैनिकों के बीच खूनी झड़प हुई थी। इसमें भारत के 20 सैनिक शहीद हो गए थे। चीनी सेना को भी अच्छी-खासी क्षति उठानी पड़ी थी, लेकिन वह उसे स्वीकार करने में आनाकानी करता रहा। चीन के साथ अभी बातचीत जारी है, क्योंकि लद्दाख में अन्य इलाकों से भी चीनी सेना को पीछे हटना है। देखना है कि इन इलाकों से वह कदम कब पीछे खींचती है? चीन से सैन्य तनातनी ऐसे समय जारी थी, जब जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान संघर्ष विराम का उल्लंघन करने में लगा हुआ था। यह उल्लंघन आतंकियों की घुसपैठ के लिए ही होता था।