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- क्या प्रतिभा तुरुप का...

हिमाचल में आने वाले विधानसभा चुनाव बहुत दिलचस्प होते जा रहे हैं। कांग्रेस पार्टी ने सांसद प्रतिभा सिंह को प्रदेश अध्यक्ष बना कर यह संदेश दिया है कि एक मौका और लिया जा सकता है, स्वर्गीय राजा वीरभद्र सिंह की राजनीतिक विरासत को जीत में बदलने का। प्रतिभा सिंह पूर्व मुख्यमंत्री राजा वीरभद्र सिंह की पत्नी हैं और मंडी संसदीय क्षेत्र से लोकसभा उपचुनाव जीत कर आई हैं। वीरभद्र सिंह के जाने के बाद हिमाचल प्रदेश कांग्रेस में अच्छे नेतृत्व का अकाल पड़ गया था। उसकी वजह साफ थी कि वीरभद्र सिंह ने किसी नेता को इस काबिल ही नहीं समझा कि उनके बाद वह पार्टी के अध्यक्ष की कुर्सी पर बैठ सके। आनंद शर्मा, जो कांग्रेस की कई सरकारों में केंद्र में मंत्री रहे और सोनिया तथा राजीव गांधी के करीबी माने जाते हैं, हिमाचल में जमीनी तौर पर कभी जुड़ ही नहीं पाए, भले ही वह हिमाचल प्रदेश की छात्र राजनीति से आए हों। वर्ष 2017 का विधानसभा चुनाव कांग्रेस पार्टी ने राजा वीरभद्र सिंह के अगुवाई में लड़ा था। कांग्रेस पार्टी जीत नहीं सकी थी। हिमाचल के कई हिस्सों में मैंने उस समय देखा कि उनकी अपनी एक व्यक्तिगत छवि है, जिसे लोग पसंद करते हैं।
