- Home
- /
- अन्य खबरें
- /
- सम्पादकीय
- /
- मुख्य अतिथि का ना
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। कोरोना काल में बहुत सी सामान्य चीजें टली हैं। इसलिए अगर इस बार गणतंत्र दिवस में कोई मुख्य अतिथि नहीं आ रहा है, तो इसे इस काल के तकाजे के रूप में लिया जा सकता था। लेकिन ऐसा तब होता, जब ये फैसला भारत सरकार की तरफ से किया गया होता। हकीकत यह है कि भारत सरकार ने हाई प्रोफाइल गेस्ट बुलाने की पुरजोर कोशिश की।
आरंभिक घोषणा के मुताबिक उसे सफलता भी मिली। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन गणतंत्र दिवस समारोह में आएंगे, इसकी बाकायदा घोषणा हुई। लेकिन जॉनसन ने कोरोना महामारी की बात कहकर अपनी यात्रा रद्द कर दी।
अब ये कयास का विषय है कि सचमुच उन्होंने कोरोना के कारण आना टाला, या इसके पीछे दूसरी वजहें भी हैं। गौरतलब है कि ब्रिटेन में भारत के किसान आंदोलन को लेकर वहां के सांसदों और सिविल सोसायटी कार्यकर्ताओं ने मजबूत अभियान चलाया है। ब्रिटिश संसद में इस मुद्दे पर चर्चा हुई।