सम्पादकीय

वरिष्ठ नागरिक केसरी क्लब की सदस्यता

Triveni
2 Jun 2021 2:15 AM GMT
वरिष्ठ नागरिक केसरी क्लब की सदस्यता
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आप सबको जानकर खुशी होगी कि इस भय के वातावरण में हमने अपनी सदस्यता शुरू कर दी है जो बिल्कुल नि:शुल्क है। जैसा कि आप सब जानते हैं

किरण चोपड़ा| आप सबको जानकर खुशी होगी कि इस भय के वातावरण में हमने अपनी सदस्यता शुरू कर दी है जो बिल्कुल नि:शुल्क है। जैसा कि आप सब जानते हैं कि वरिष्ठ नागरिक केसरी क्लब सम्पन्न और जरूरतमंद बुजुर्गों के लिए काम करता है। जरूरतमंद बुजुर्ग तो रोकर अपना दु:ख-दर्द सुना देते हैं परन्तु अच्छे घरों के बुजुर्ग अपना दर्द किसी से कह भी नहीं सकते, क्योंकि इस उम्र में अकेलापन और स्वास्थ्य समस्याएं सबके साथ होती हैं और जिसके पास पैसा होता है उनके लिए भी मुश्किल होती है। जिनके पास नहीं होता उनको तो मुश्किल होती ही है।

जिनके बच्चे बहुत अच्छे, बहू-बेटे बहुत आदर सम्मान करते हैं, परन्तु फिर भी कहीं न कहीं इस उम्र में उदासी और अकेलापन महसूस करते है। विशेषकर वो लोग जो बहुत अच्छी पोस्ट से रिटायर्ड हुए होते हैं। इसलिए मैं उन्हें कहती हूं अब रिटायर्ड नहीं हुए जिन्दगी को फिर से नए सिरे से ट्राई करो, मतलब रि-ट्राई।
इसलिए उनके लिए बहुत सी एक्टिविटिज की जाती हैं जैसे स्पोट्र्स डे, हैल्थ कैम्प और देश-विदेशों में घुमाने के लिए ले जाया जाता है।
इस कोरोना के समय में भी हमने बुजुर्गों को छोड़ा नहीं, बल्कि जोड़ा है। जब से कोरोना शुरू हुआ है हमने कई आनलाइन कम्पीटिशन अपने वरिष्ठ नागरिक केसरी क्लब की फेसबुक पेज पर किये हैं और देश-विदेशों से भी वरिष्ठ नागरिक जुड़ गए हैं। बहुत से लोग सदस्य बनना चाहते हैं, सो हम सदस्यता शुरू कर रहे हैं।
जरूरतमंद बुजुर्गों को हम आर्थिक सहायता जो हर महीने की 6 तारीख को देते थे, वो घरों में आर्थिक सहायता और उनके जरूरत का सामान पहुंचा रहे हैं। कई संस्थाएं भी आगे आ रही हैं, जैसे चौपाल और जय भगवान गोयल जी जैसे व्यक्ति, जैसा कि आपको मालूम है कि हमारे समाज में, देश में जरूरतमंद बुजुर्गों की बुरी हालत है। महंगाई के समय में बच्चे चाहते हैं माता-पिता वृद्ध आश्रम में रहें, उन पर बोझ न बनें तो हम उन्हें कहते हैं कि उनका खर्च हम देंगे, आप उन्हें घरों में रखें क्योंकि वृद्ध आश्रम रोटी-छत तो दे सकते हैं, प्यार और सम्मान नहीं।
तो हम सम्पन्न लोगों से बुजुर्गों को Adopt करवाते हैं, जिसके मायने हैं बुजुर्गों को घर नहीं लेकर जाना, उनकी दवाई और खाने का खर्च दो। एक बुजुर्ग का एक महीने का खर्च 2000, 3000, 5000 रुपए है। अगर बुजुर्ग कोई बीमारी से ग्रस्त हो तो उसे 5000 रुपए की सहायता और नार्मल को 2000 रुपए की सहायता दी जाती जो 500, 1000 रुपए से शुरू हुई थी। अभी Adoption के लिए हमारे पास लगभग 5000 की वेटिंग लिस्ट है, इसलिए जरूरतमंद सदस्य यानी ब्ल्यू कार्ड की सदस्यता नहीं खोल रहे, वो तब खोलेंगे जब हमें Adoption आनी शुरू होगी।
तब तक के लिए अच्छे घरों के बुजुर्ग सर्विस से रिटायर्ड या बिजनेस से रिटायर्ड बुजुर्ग अपना फार्म भर कर 2 फोटो, एक आईडी प्रूफ की फोटो कापी, एड्रेस, फोन नम्बर भर कर डाक द्वारा भेज सकते हैं, क्योंकि अभी कोरोना समय में आना मना है।
पहले हमने व्हाट्सएप पर कहा था, परन्तु अब अनुभव किया है। वहां फोटो अप्लोड नहीं हो सकती तो सिर्फ आप फार्म डाक द्वारा या आनलाइन ही भेज सकते हो। कृपया जरूरतमंद अभी न भरें, क्योंकि अभी वेटिंग चल रही है। जब तक सब कुछ नार्मल न हो जाए Stay home, Stay safe.l


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