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- महबूबा मुफ्ती का...
जब से अफगानिस्तान के अधिकांश हिस्से पर तालिबान ने कब्जा कर लिया है और वहां के राष्ट्रपति अशरफ गनी अपने देश से भाग गए हैं, वहां के सेनाध्यक्ष ने बिना लड़े तालिबानी आतंकियों के सामने विधिवत आत्मसमर्पण कर दिया है, तभी से भारत में भी कुछ लोग तालिबान के समर्थन में खड़े नज़र आने लगे हैं। लेकिन जम्मू-कश्मीर की कश्मीर घाटी की महबूबा मुफ्ती ने तालिबान का उदाहरण देकर भारत को एक प्रकार से धमकियां ही देनी शुरू कर दी हैं। मीडिया के अनुसार महबूबा मुफ्ती ने भारत को कहा है कि वह कश्मीर को लेकर अभी भी पाकिस्तान से बात कर ले, अन्यथा अफगानिस्तान में जो तालिबान आतंकियों ने किया है, वह कश्मीर घाटी में भी हो सकता है। महबूबा ने कहा कि अभी भी समय है कि भारत कश्मीर पर पाकिस्तान से बात करे, अन्यथा बहुत देर हो जाएगी। संकेत स्पष्ट है कि कश्मीर घाटी का हाल भी वही होगा जो तालिबान आतंकियों ने अफगानिस्तान का किया है। यह सभी जानते हैं कि तालिबान का निर्माण पाकिस्तान की सेना और आईएसआई ने ही किया है। महबूबा शायद यही संकेत देना चाहती है कि यदि पाक से बात न की तो वही तालिबान कश्मीर घाटी का भी वही हाल करेगा। महबूबा जैसे कुछ लोग अफगानिस्तान में जो कुछ हुआ है, उसे तालिबान द्वारा अफगानिस्तान को स्वतंत्र करवाना भी बता रहे हैं। यानी महबूबा धमकी दे रही है कि यदि कश्मीर घाटी को लेकर भारत ने पाकिस्तान से बात न की तो तालिबान आतंकी अफगानिस्तान की तरह कश्मीर घाटी को भी भारत से छीन सकते हैं। महबूबा मुफ्ती कौन है? साधारण सा उत्तर तो यही है कि वे मरहूम सैयद मुफ्ती मोहम्मद की बेटी हैं। कुछ अरसा के लिए जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री भी रह चुकी हैं।