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- छत्तीसगढ़ में माओवादी...
छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में नक्सवादियों ने जिस तरह बम विस्फोट करके पांच पुलिस कर्मियों को मौत के घाट उतारा है उससे स्पष्ट है कि राज्य में माओवादियों की सक्रियता अभी तक बनी हुई है और वे राज्य पुलिस को चुनौती देने की घटनाएं करते रहते हैं। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस पार्टी के भूपेश बघेल सरकार बनने के बाद से बेशक माओवादी घटनाएं कम हुई हैं मगर खत्म नहीं हैं। यह इसी बात का प्रतीक है कि माओवादी इस तरह सक्रिय रहना चाहते हैं जिससे सरकार उनके खौफ से मुक्त न होने पाये और उनसे बातचीत के विकल्पों पर गौर भी करती रहे, मगर लोकतन्त्र में बन्दूक उठा कर अपनी शर्तें मनवाने वाले लोगों के लिए कोई जगह नहीं है इसलिए सरकार उनकी गोली का जवाब गोली से देती है। छत्तीसगढ़ में बाकायदा नक्सलवादी विरोधी पुलिस प्रकोष्ठ है जो जिला स्तर पर आम नागरिकों का सहयोग लेकर माओवादियों के विरुद्ध अभियान चलाता रहता है। माओवादियों ने पुलिस जवानों से भरी एक बस को जमीन के भीतर बम बिछा कर तब उड़ाने की कोशिश की जब वह नारायणपुर जिले के कडनेर पुलिस शिविर से तीन कि.मी. पहले ही एक पुल को पार कर रही थी।