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अजय झा दो व्यक्तियों या यूं कहें कि दो नेताओं में कितना फर्क हो सकता है इसका ताज़ा उदाहरण पिछले हफ्ते प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) के ओडिशा (Odisha) और पश्चिम बंगाल (West Bengal) के दौरे में देखने को मिला. समुद्री तूफ़ान से दोनों तटवर्ती पूर्वी राज्यों में भारी क्षति हुई थी. कोरोना महामारी से जूझते भारत के लिए प्रकृति की यह दूसरी मार थी. पश्चिमी तट के राज्यों में ऐसे ही समुद्री तूफ़ान से कई राज्यों को नुकसान का सामना करना पड़ा था. पिछले शुक्रवार को मोदी पहले ओडिशा और फिर पश्चिम बंगाल गए, जहां उनका राज्य के मुख्यमंत्रियों और अधिकारियों से मीटिंग पूर्व नियोजित था. ओडिशा में मीटिंग काफी सौहार्दपूर्ण माहौल में हुआ. नुकसान का आंकलन करने में समय लगता है और उसके बारे में सिर्फ अनुमान ही लगाया जा सकता है. केंद्र सरकार हुए नुकसान की शत प्रतिशत भरपाई तो नहीं कर सकती, पर इस दिशा में एक योगदान दिए जाने की परंपरा शुरू से चली आ रही है.