सम्पादकीय

युद्ध का मंडराता खतरा

Gulabi
4 Dec 2020 2:26 AM GMT
युद्ध का मंडराता खतरा
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पश्चिम एशिया में युद्ध का खतरा मंडरा रहा है।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। पश्चिम एशिया में युद्ध का खतरा मंडरा रहा है। ये अंदेशा गहरा होता जा रहा है कि ईरान अपने परमाणु वैज्ञानिक की हत्या का बदला लेगा। कयास लगाए जा रहे हैं कि ईरान भी औचक इजराइल पर हमला बोल सकता है। उस हालत में टकराव हाथ से निकल सकता है। परमाणु वैज्ञानिक मोहसिन फखरिजादेह की हत्या बीते शुक्रवार को तेहरान के पास कर दी गई थी। वे अपने सुरक्षाकर्मियों और अज्ञात बंदूकधारियों के बीच हुई गोलीबारी में मारे गए थे। सोमवार को उनके अंतिम संस्कार में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए।

वे सभी बदला लेने की मांग कर रहे थे। उनकी हत्या पर रोष प्रकट करते हुए ईरान की संसद ने देश के परमाणु कार्यक्रम से जुड़े स्थलों पर अंतरराष्ट्रीय निरिक्षण रोकने की मांग की है।


देश के एक उच्च अधिकारी ने यह भी सुझाव दिया है कि ईरान को वैश्विक परमाणु प्रसार निरोध संधि को छोड़ देना चाहिए। ईरान के परमाणु कार्यक्रम से जुड़े फैसले देश की सर्वोच्च राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद लेती है। संसद से पास किए गए विधेयकों को देश के शक्तिशाली गार्जियंस परिषद का अनुमोदन मिलना जरूरी होता है। राष्ट्रपति हसन रूहानी ने जोर दे कर कहा है कि देश अपना बदला "समय आने पर" लेगा। इजराइल का कहना है कि फखरिजादेह ईरान के एक ऐसे सैन्य परमाणु कार्यक्रम के मुखिया थे, जिसके होने के बारे में ईरान हमेशा से इनकार करता आया था। 2008 में अमेरिका ने ईरान के परमाणु कार्यक्रम से जुड़ी गतविधियों के लिए उन पर प्रतिबंध लगाए थे। तेहरान से दिखाई गई लाइव वीडियो में वर्दीधारी पुरुषों को एक जुलूस में फखरिजादे की तस्वीर के इर्द गिर्द इकठ्ठा होते हुए दिखाया गया। इजराइल ने उनकी हत्या पर आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा है।
ये हत्या ऐसे समय पर हुई, जब बतौर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के उदघाटन में दो महीने से भी कम का समय बचा है। बाइडेन ने संकेत दिए हैं कि उनका प्रशासन राष्ट्रपति ट्रंप के परमाणु संधि को छोड़ देने के फैसले को पलट कर संधि में फिर से शामिल हो सकता है। लेकिन ऐसा लगता है कि फखरिजादेह की हत्या से ईरान में ही कई लोग संधि के खिलाफ हो गए हैं। आरंभ में कयास लगाए गए कि हत्या के पीछे मकसद बाइडेन की नई कूटनीतिक पहल की राह में रुकावटें डालना है। ऐसा लगता है कि हत्यारे में इसमें कामयाब हो रहे हैं।


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