सम्पादकीय

कर्नाटक की संप्रभुता अलग!

Rani Sahu
10 May 2023 10:30 AM GMT
कर्नाटक की संप्रभुता अलग!
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By: divyahimachal
भारत एक संप्रभु राष्ट्र है, क्योंकि वह स्वतंत्र और अखंड देश है। भारत राज्यों का संघ है, लेकिन संप्रभुता ‘राष्ट्रीय’ ही है। वही संप्रभुता राज्यों को भी हासिल है। इन सबका उल्लेख भारत के संविधान की प्रस्तावना में भी है। कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने, कर्नाटक चुनाव प्रचार के दौरान, अपने संबोधन में ‘संप्रभुता’ या समानार्थी अंग्रेजी शब्द का इस्तेमाल नहीं किया, लेकिन कांग्रेस के अधिकृत ट्विटर हैंडल से उनका जो बयान जारी किया गया है, उसमें कर्नाटक की अखंडता, संप्रभुता, प्रतिष्ठा का उल्लेख जरूर है। यह विरोधाभासी बयान सोनिया गांधी की अनुमति के बिना जारी कैसे किया जा सकता है? सोमवार देर रात तक यह बयान डिलीट नहीं किया गया था और न ही पार्टी की तरफ से अधिकृत स्पष्टीकरण आया था। कुछ गड़बड़ तो जरूर है। प्रधानमंत्री मोदी ने इस पर बेहद आक्रामक अंदाज में सवाल किया कि क्या कर्नाटक की संप्रभुता, भारत की राष्ट्रीय संप्रभुता से, अलग है? क्या कर्नाटक भारतीय संघ का अंतरंग, अविभाज्य अंग नहीं है? कांग्रेस का ‘शाही परिवार’ चुनाव और राजनीति को प्रभावित करने के लिए ऐसे बयान क्यों दे रहा है? शाही परिवार देश में विदेशी शक्तियों के दखल को उकसाता रहा है और लगातार टिप्पणी करता रहा है कि भारत में लोकतंत्र खत्म हो चुका है। यदि भारत में लोकतंत्र और आजादी नहीं है, तो कर्नाटक संप्रभु और अखंड कैसे रह सकता है? बहरहाल चुनाव आयोग ने भाजपा की शिकायत के मद्देनजर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े को नोटिस भेजकर सोनिया गांधी के कथित बयान पर स्पष्टीकरण मांगा है। हालांकि भाजपा ने कांग्रेस की मान्यता और पंजीकरण रद्द करते हुए पार्टी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की थी। चुनाव आयोग ऐसा ‘चरम निर्णय’ नहीं लेगा, यह हमारा आकलन है। बेशक सोनिया गांधी ने कर्नाटक की संप्रभुता और अखंडता को, भारत से, भिन्न न आंका हो, लेकिन ट्विटर के जरिए दुनिया के करोड़ों लोगों तक यह संदेश जरूर चला गया है कि भारत की संप्रभुता के भीतर, राज्यों की संप्रभुता भी, भिन्न है। बेशक यह संदेश देश-विरोधी है और भारत की सार्वभौमिक छवि को खंडित करता है। हमारे देश में चुनाव बड़े विकृत और नफरती होते जा रहे हैं। कांग्रेस अध्यक्ष खडग़े ने प्रधानमंत्री मोदी को ‘जहरीला सांप’ करार दिया, ‘नालायक बेटा’ तक भी कहा और बदले में एक भाजपा विधायक ने सोनिया गांधी को ‘विषकन्या’ करार देते हुए चीन और पाकिस्तान की एजेंट तक कह दिया। क्या जनादेश ऐसे अपशब्दों पर भी हासिल किए जा सकते हैं। सोनिया गांधी के कथित बयान पर कांग्रेस प्रवक्ता सिर्फ यही बोलते रहे कि प्रधानमंत्री अनर्गल अलाप कर रहे हैं। झूठ बोल रहे हैं। वीडियो दिखाओ। ट्विटर वाले बयान पर वे कन्नी काटते रहे। संप्रभुता को विभाजित करने की बात कहना कोई सामान्य कथन नहीं है। देश में सभी मंत्री और संसद में सभी सांसद संविधान और भारत की संप्रभुता को अक्षुण्ण रखने की शपथ लेकर अपना पद ग्रहण करते हैं। उसका भी उल्लंघन किया गया है, यदि सोनिया गांधी ने ऐसी बात कही है। कांग्रेस ने अपने घोषणा-पत्र में बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने की बात कही, तो प्रधानमंत्री समेत भाजपा नेताओं ने उसे भगवान बजरंग बली के अपमान से जोड़ लिया। प्रधानमंत्री के रोड शो तक में प्रभु हनुमान का प्रतिरूप बनाकर किसी व्यक्ति को पेश किया गया और वह पूरे रोड शो के दौरान चलता रहा। मंदिरों में ‘हनुमान चालीसा’ का पाठ बड़ी धूमधाम से कराया गया। क्या इस पर भी जनादेश मिलता है?
Rani Sahu

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