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- युद्ध के समय भारत
भारत इन दिनों जितने दबाव में है, उतनी ही मांग में भी है। दुनिया के अनेक आला देशों के आला अधिकारियों व नेताओं ने भारत की ओर रुख कर रखा है। विशेष रूप से जब से रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध की शुरुआत हुई है, तब से भारत में किसी न किसी विदेश मंत्री या विदेश सेवा के अधिकारी की मौजूदगी देखी जा रही है। भारत की तटस्थ स्थिति ने दुनिया की महाशक्तियों को बेचैन कर रखा है। संयुक्त राष्ट्र में भारत ने यूक्रेन का पक्ष तो लिया है, लेकिन वह रूस के खिलाफ भी नहीं गया है। ऐसे में, यह धारणा फैल गई है कि भारत को जिस तरह से नाटो का साथ देना चाहिए, वह नहीं दे रहा है। अत: भारत न केवल अमेरिका की ओर से, बल्कि यूरोपीय देशों की ओर से भी दबाव में है। अमेरिका, रूस, चीन, मैक्सिको, नीदरलैंड, ब्रिटेन इत्यादि देशों के कूटनीतिज्ञ भारत पर लगातार नजर रखे हुए हैं और अपनी-अपनी ओर इसे खींचने की कोशिश कर रहे हैं।
क्रेडिट बाय हिन्दुस्तान