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- प्रदेश में अपराध की...

शांतिप्रिय कहे जाने वाले प्रदेश हिमाचल में नब्बे के दशक के बाद अपराध की घटनाएं बढ़ी हैं। देवभूमि हिमाचल में चोरी चकारी की घटनाएं तो होती ही नहीं थीं। लोगों को आपसी विश्वास और दूसरे लोगों पर अत्यधिक भरोसा था। हिमाचल क्योंकि पहाड़ी राज्य है और देश-विदेश के पर्यटकों में काफी लोकप्रिय है, जऱा सी चौकसी में ढील किसी भी अराजक तत्त्व को हिमाचल में प्रवेश के द्वार खोल देती है। दूसरे राज्यों से लोगों का हिमाचल में मज़दूरी की तलाश में पलायन अपराध की शुरुआत करने के लिए काफी था जिनमें छोटी चोरियां शामिल थी। सत्तर और अस्सी के दशक में हिप्पीवाद ने देवभूमि को विदेशी पर्यटकों से भर दिया। मनाली, कुल्लू तथा दूसरी जगहों पर उनका आना-जाना, रहना तथा स्थानीय लोगों के बीच घुल मिल जाना उन्हें पहाड़ पर स्थापित करने के लिए काफी था। अपने रंग-रूप का फायदा उठाकर कई विदेशी पर्यटक हिमाचलियों से दिखने लगे, स्थानीय बोली बोलने लगे और हिमाचल में इन दुर्गम इलाकों में पहाड़ का हिस्सा बन गए। जिन्हें कुछ वर्षों के बाद पहचानना कठिन हो गया। स्थानीय लोगों में नशे की आदत लगवाने में इनकी अहम् भूमिका रही।
By: divyahimachal
