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- ऑनलाइन स्ट्रीमिंग में...
मोनिका शेरगिल। हसीन दिलरुबा की मर्डर मिस्ट्री आपको कुर्सी से बांधकर रखती है। जब सेक्रेड गेम्स में गणेश गायतोंडे (नवाजुद्दीन सिद्दीकी द्वारा अभिनीत) कहता है कभी-कभी लगता है अपुन ही भगवान है या जब लूडो में आलोक (राजकुमार राव द्वारा अभिनीत) कहता है, 'कुछ रिश्तों में लॉजिक नहीं, सिर्फ मैजिक होता है' तो हममें से कई लोग हर रोज महसूस करने वाले एहसासों से रूबरू होते हैं। ये सभी शानदार लेखन के उदाहरण हैं।
कई मायनों में लेखक बेहद पसंदीदा फिल्मों, सीरीज और किरदारों के सुपरस्टार्स हैं। वे किरदारों को परिभाषित करके, उनकी दुनिया को आपस में जोड़कर, सहेजकर कहानी को शुरू से अंत तक लेकर जाते हैं। वे हमें अलग-अलग इमोशंस महसूस करा एक अद्भुत सिनेमाई अनुभव प्रदान करते हैं। लेखक समझते हैं कि कहानियां लोगों का मनोरंजन करने से ज्यादा सहानुभूति पैदा करने, सकारात्मक बदलाव लाने, प्रभावित करने का काम करती हैं। विशेष रूप से ऐसे समय में, जब हमारे आस-पास की दुनिया अनिश्चितताओं से जूझ रही है, तब इन कहानियों ने हमें नई जगहों, लोगों और नए दृष्टिकोणों से परिचित कराया है।