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- इमरान खान रन आउट
सियासत और रणनीति के तमाम दांव-पेंच खेलने के बावजूद इमरान खान को 'रन आउट' कर दिया गया। अब वह पाकिस्तान के पूर्व वजीर-ए-आजम होंगे। नेशनल असेंबली, यानी संसद, में नेता प्रतिपक्ष रहे शहबाज शरीफ नए प्रधानमंत्री होंगे। वह पूर्व प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ के छोटे भाई हैं, लिहाजा नई हुकूमत में ऐसी कोशिशें होना तय है, जिनके जरिए नवाज़ लंदन से पाकिस्तान लौट सकें। 'पनामा पेपर्स' में नाम उछलने और बेनामी निवेश के गंभीर आरोप उनके खिलाफ हैं। मामला अदालत के विचाराधीन है। बहरहाल इमरान खान ने हुकूमत बचाए रखने के लिए तमाम 'घोड़े' खोल लिए। फौज से भी गुहार लगाई कि वह हुकूमत अपने अधीन ले ले। यह भी शर्तनुमा गुहार लगाई कि उन्हें या उनके किसी भी वजीर को गिरफ्तार न किया जाए। राष्ट्रीय सुलह अध्यादेश के तहत उन्होंने एनआरओ के लिए भी गुहार लगाई। सुप्रीम कोर्ट को फौज के जरिए सलाह देने की कोशिश की कि अदालत संसद बहाली पर उनकी पार्टी की पुनर्विचार याचिका तुरंत सुन ले। यहां तक पत्ता खेला गया कि शहबाज शरीफ के बजाय किसी और शख्स को प्रधानमंत्री बनाया जाए। दरअसल इमरान खान को क्रिकेट का मुग़ालता था, लिहाजा वह अपने दांव-पेंच चलते रहे। आधी रात के करीब जब हारना अपरिहार्य हो गया, तो वह संसद में गए। सब कुछ तय हो चुका था कि स्पीकर असद कैसर और डिप्टी स्पीकर कासिम सूरी पाकिस्तान के खिलाफ विदेशी साजि़श का बहाना बनाकर इस्तीफे देंगे, लिहाजा ऐसा ही किया गया।
केडिट बाय दिव्याहिमाचल