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- होटल इंडस्ट्री में...

स्वच्छता मानव सभ्यता का एक श्रेष्ठ संस्कार है। स्वच्छता से समस्त पर्यावरण को स्वच्छ रखने की चेतना बढ़ती है। स्वच्छता के अनेक प्रकार हैं, जैसे मन और शरीर की स्वच्छता, घर-आंगन की स्वच्छता, पेयजल और भूमि की स्वच्छता, वायुमंडल और पर्यावरण की स्वच्छता। हमारे माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रव्यापी स्वच्छता अभियान का शुभारंभ स्वच्छ भारत मिशन कार्यक्रम से शुरू किया है। हमें अपने देश को स्वच्छ बनाए रखने के लिए घर से लेकर सार्वजनिक स्थानों तक सर्वत्र स्वच्छता रखनी चाहिए, खुले में शौच नहीं करना चाहिए, गंदगी नहीं फैलानी चाहिए, पेयजल को स्वच्छ रखना चाहिए, स्वच्छता के लिए हमें खुद भी जागरूक रहना चाहिए तथा दूसरों को भी जागरूक करना चाहिए। इसमें परस्पर सहयोग एवं सहभागिता का प्रयास जरूरी है। स्वस्थ रहने के लिए स्वच्छता आवश्यक है। स्वच्छता का सीधा संबंध हमारी सभ्यता एवं स्वास्थ्य से है। खानपान में स्वच्छता रखने से शरीर स्वस्थ रहता है। अगर हमारे घरों के आसपास सड़कों, नालियों, पोखरों, नदियों आदि में गंदगी न हो तो सारा वातावरण स्वच्छ रहता है, जिसके फलस्वरूप मानव तथा अन्य प्राणियों की आयु और स्वास्थ्य का स्तर भी बढ़ जाता है। जब बात होटल इंडस्ट्री की की जाए तो हाईजीन व सैनिटेशन का महत्त्व यहां भी अति आवश्यक है। खानपान व फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री में काम करना एक चुनौतीपूर्ण कार्य है। इससे काम करने वाले कर्मचारियों के लिए फूड सेफ्टी एवं पर्सनल हाईजीन की जानकारी होना अत्यंत अनिवार्य है। इसके लिए जरूरी है कि अगर सही ट्रेनिंग व एजुकेशन दी जाए तो यह काम आसानी से हो सकता है। हमें खुद को, अपने कस्टमर्स को, अपने उपकरणों को तथा अपने कार्यस्थल को साफ-सुथरा व हाईजीनिक रखने के लिए कुछ जरूरी बातों को अपनाने की जरूरत है।
