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- एनडीए में छात्राओं को...
वर्तमान समय में देश की महिलाएं सशस्त्र सेनाओं में शामिल होकर राफेल जैसे अत्याधुनिक जंगी जहाजों की परवाज से आसमान की बुलंदियों को छू रही हैं। भारतीय सेना के जंगी बेडे़ में शामिल हो चुके इन लड़ाकू विमानों की गूंज ने चीन व पाकिस्तान जैसे हमशाया मुल्कों में इंतशार पैदा कर दिया है। राजपथ पर गणतंत्र दिवस समारोहों में सैन्य दस्तों का शानदार नेतृत्व व रेगिस्तान के तपते मरुस्थलों तथा हजारों फीट ऊंचे बर्फानी क्षेत्रों में महिला सैन्य अधिकारी अपनी सक्रिय भूमिका निभाने के साथ थलसेना के इमदादी दस्तों की सदारत भी संभाल रही हैं। रक्षा मंत्रालय ने सन् 1992 से 'स्पैशल एंट्री स्कीम' के तहत सेना के कम्बैट विंग की कुछ शाखाओं में 'शार्ट सर्विस कमीशन आफिसर' के तौर पर महिला अधिकारियों की भर्ती की थी। शुरुआती दौर में उन महिला अधिकारियों का कार्यकाल पांच वर्ष था जिसे बाद में दस वर्ष व चौदह वर्षों तक बढ़ाया गया।