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- बदतमीज शुभचिंतक कृपया...

मेरी मंडली के हम प्याला, हम निवाला एक दूसरे के आगे से गले लगते, पर पीछे से एक दूसरे की पीठ में हरदम पेन की निब घोंपने को तैयार शुभचिंतकों को उनका दिल दहला देने वाली यह बुरी खबर देते हुए मुझे हार्दिक प्रसन्नता हो रही है कि अबके इस पुरस्कार की रेस में मैं पहले नंबर पर आ गया हूं। यानी कि साफ-साफ शब्दों में कहूं तो मैं पुरस्कार की रेस जीत गया हूं। मेरे पुरस्कार की रेस जीतने की आधिकारिक रूप से घोषणा भी हो चुकी है। इसलिए अब पुरस्कार किसी और के नाम बदलने के चांस बिल्कुल खत्म। लेट इट! अब यह कोई मायने नहीं रखता कि पुरस्कार की रेस में शामिल होने के बाद मैं कितना दौड़ा! कहां कहां दौड़ा! किस किसके आगे पीछे दौड़ा! किस किसके आगे घुटने टेके। किस किसने अपने आगे मेरे घुटने टिकवाए! किस किसके आगे नाक रगड़ा! किस किसने अपने आगे मेरे नाक रगड़वाए! पुरस्कार मिलने के बाद ये सब गौण हो चुका है। मैं यह सब भूल चुका हूं। अंततः मेरी पुरस्कार रेस सफल हुई।
सोर्स- divyahimachal
