सम्पादकीय

अगर आप अपने शहर को सबसे स्वच्छ बनाने का सपना देख रहे हैं, तो फेंकने की संस्कृति में बदलाव लाना शुरू कर दें

Rani Sahu
11 Dec 2021 3:57 PM GMT
अगर आप अपने शहर को सबसे स्वच्छ बनाने का सपना देख रहे हैं, तो फेंकने की संस्कृति में बदलाव लाना शुरू कर दें
x
जब भी मैं इंदौर में सुबह सैर करता हूंं, गर्व की अनुभूति होती है

एन. रघुरामनजब भी मैं इंदौर में सुबह सैर करता हूंं, गर्व की अनुभूति होती है कि मैं लगातार पांचवे साल देश के सबसे स्वच्छ शहर की सड़कों पर चल रहा हूं। दो दिन के प्रवास पर इंदौर आया मैं शुक्रवार को वॉक पर गया था। दक्षिण भारत में मुझसे कई लोग पूछते हैं कि स्वच्छ शहर का तमगा हासिल करने के लिए इंदौर क्या करता है?

मेरा जवाब है कि जो इंदौर ने हासिल किया, वो कोई भी शहर कर सकता है। अगर दो चीजें करे- लोगों व कार्यप्रणाली पर फोकस। कोई भी म्युनिसिपैलिटी दुनिया की सर्वश्रेष्ठ म्युनिसिपैलिटी से कार्यप्रणाली कॉपी कर सकती है, पर लोगों पर ध्यान केंद्रित करना इंदौर से सीखना चाहिए।
ये शहर कचरा इकट्ठा करने वालों का सम्मान करता है और उन्हें गर्व से भर देता है, जिससे वे काम में उत्कृष्टता लाते हैं। ये आप और मेरे जैसे आम लोगों ने किया है। ये एक दिन का काम नहीं, आम लोगों के सालों से समर्पण का नतीजा है। इस कड़ाके की सर्दी में शहर से जुड़ी कुछ 18 साल पुरानी याद ताजा हो गई।
मैंने देखा कि न्यूरोसर्जन डॉ. दीपक कुलकर्णी कार में बड़ा-सा चाय का फ्लास्क ले जा रहे थे, ये चाय उन्होंने ही बनाई थी। सड़कें साफ कर रहे लोगों को वह ठंड से बचने के लिए चाय पिला रहे थे। इस शहर में उनकी तरह सैकड़ों लोग हैं, जिन्होंने भी कई दूसरी चीजें दीं, उनके बारे में जगह के कारण यहां लिखना मुश्किल है।
आज जो इंदौर है, वो इन्हीं चीजों के कारण है। मुझे बताया गया कि शहर अब खुद को पर्यावरणीय चुनौती के अगले स्तर पर ले जाने की योजना बना रहा है- हवा साफ कर रहा है। यकीन करें, अगर ये शहर कुछ करना चाहता है, तो कर दिखाएगा क्योंकि इसे लोगों का भारी साथ मिलता है।
स्वच्छ शहर बनने का एक और तरीका प्रक्रियाओं पर ध्यान देना है, जिसमें हर चीज को 360 डिग्री बदलना होता है, जैसे कैलिफोर्निया ने एक जनवरी 2022 से करने की योजना बनाई है। 'कूड़ा कभी खत्म नहीं होता। कभी-कभी ये कूड़ा भी नहीं होता।' कैलिफोर्निया में 2022 से आ रहे नए कानून के पीछे यही अवधारणा है।
सीनेट के नए बिल के आदेशानुसार कैलिफोर्निया के लोगों को अब बचा भोजन, कॉफी के बचे बीन्स पाउडर, अंडे की परत, छिलके, कटी सब्जियां, बगीचे की खरपतवार, लॉन की कतरन, पत्तियां 'ग्रीन वेस्ट' नामक डिब्बे में डालना होगा। कचरा ढोने वाले इन जैविक चीजों को परंपरागत खंतियों से दूर ले जाएंगे, जहां जैविक मिश्रण को खाद, प्राकृतिक गैस जैसे उत्पादों में बदला जाएगा।
ऐसे व्यक्ति या व्यवसाय जो ग्रीन वेस्ट को सही से अलग नहीं करेंगे उन पर रोजाना 500 डॉलर तक का जुर्माना और कैलिफोर्निया के जो शहर इसे नहीं मानेगें, उन पर प्रतिदिन 10 हजार डॉलर तक जुर्माना लग सकता है। नए कानून में सुपरमार्केट व बड़े फूड प्रोवाइडर्स को बचा खाना ग्रीन वेस्ट में देना होगा, लेकिन खाने योग्य चीजें फूड बैंक में देगी होंगी, जिन्हें वे पहले फेंक देते थे।
सभी शहरों को खाद बेचने की योजना बनानी होगी, जिससे जैविक कचरे से बने सहउत्पादों के लिए नया बाजार तैयार हो सके। ये निर्णय कई सालों तक कचरे के निपटारे पर नजर रखने के बाद लिया गया, जिससे पता चला कि कैलिफोर्निया के लोगों का दो तिहाई कूड़ा रसोई, खाना और बगीचे का वेस्ट होता है।
मुझे आपको डराने की जरूरत नहीं क्योंकि हम सब जानते हैं कि हमारे लैंडफिल्स क्षमता से ज्यादा भर चुके हैं और धरती माता उसकी गोद में फेंके जा रहे इतने सारे कचरे से आंसू बहा रही हं। ये समय है कि हम 2022 के लिए अपने कचरे का लक्ष्य या चुनौती- प्रक्रिया और लोग, तय करें। ताकि वे लक्ष्य 2023 तक कार्य रूप में बदल जाएं।
Rani Sahu

Rani Sahu

    Next Story