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- मैं 45 विधायकों की...
दिव्यहिमाचल।
हिमाचल प्रदेश की एकमात्र ऐसी सड़क जिसका प्रतिनिधित्व 45 विधायक करते हों, उसकी स्थिति का अवलोकन प्रादेशिक मानचित्र पर हमारे जनप्रतिनिधियों की तस्वीर सरीखा है। हर दिन प्रदेश के लाहुल-स्पीति, कुल्लू, मंडी, बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा व चंबा जिलों व शिमला तथा सोलन की दो विधानसभाओं के लोग शिमला-धर्मशाला नेशनल हाईवे के किसी न किसी हिस्से से गुजरते हैं, फिर भी इस सड़क का राज्य स्तरीय महत्त्व गौण है। हिमाचल प्रदेश के इन क्षेत्रों से 45 विधायकों की जनता प्रदेश की राजधानी तक पहुंचने के लिए अपने गंतव्य और मंतव्य को इसी सड़क के माध्यम से जोड़ती है। ताज्जुब यह कि वर्षों से विधानसभा के कितने ही सत्र गुजर गए, लेकिन किसी भी सदस्य ने उस रगड़ का जिक्र नहीं किया जो शिमला से निकलते ही घाघस पुल तक जख्म बन जाती है। सड़क के इसी भाग तक भी जख्म गिने जाएं, तो हर दिन गुजरते यात्रियों की पीठ पर अंकित विकास का दर्द महसूस होगा।