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- कैसे बचाओगे लाज… बताओ...

विवेक त्रिपाठी कहते हैं घर का मालिक हमेशा सही नहीं होता. कभी-कभी उसके गलत फैसले और छोटों को मौका नहीं देने की वजह से ही परिवार टूट की कगार पर पहुंच जाता है. इतना सब होने के बावजूद भी अगर मालिक ना सुधरे तो उस घर का बेड़ा गर्क होना तो तय ही है. आज के परिप्रेक्ष्य में ये बात कांग्रेस (Congress) पर बिल्कुल सटीक बैठती है. वैसे तो इतिहास बताता है कि कांग्रेस ने भारत में सबसे लंबे समय तक शासन किया, लेकिन बात अगर पिछले कुछ दशकों की करें तो साल 2004 की कांग्रेस की तस्वीर आज की कांग्रेस से बिल्कुल अलग थी. 2004 में सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) का प्रचार, देश के गली-मोहल्लों तक पहुंच, बड़े-बड़े भाषण बताते थे कि देश में अब सिर्फ एक ही पार्टी रह गई है और वो है कांग्रेस. लेकिन आज की कांग्रेस तो विलुप्त होने की कगार पर है. राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को फेस बनाने के चक्कर में कांग्रेस ने अपने कई सूरमा खो दिए. राहुल गांधी को अब भी शायद कन्फ्यूजन है. या तो वो कैप्टन अमरिंदर सिंह (Amarinder Singh) जैसे नेताओं के योगदान को समझ नहीं पा रहे या समझना ही नहीं चाह रहे.