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- बेसहारा गाय की समस्या...

ईश्वर दास ।
उत्तर प्रदेश समेत सभी पांच राज्यों में संपन्न विधानसभा चुनावों के परिणाम आ चुके हैं। उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी पूर्ण बहुमत के साथ एक बार फिर सत्ता में आई है। निश्चित तौर पर योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश में शासन-प्रशासन के संचालन में व्यापक परिवर्तन हुआ है, परिणामस्वरूप लोगों ने एक बार फिर उन्हें ही राज्य की सत्ता सौंपी है।
परंतु उत्तर प्रदेश में बेसहारा पशुओं से किसानों को होने वाली परेशानी किसी से छिपी नहीं है। चुनावों में किसानों की यह समस्या दूर करने का मुद्दा भी राजनीतिक दलों ने उठाया था। दो वर्ष पहले केंद्रीय पशुपालन मंत्रालय ने इनकी गणना का आंकड़ा पेश किया था। इसमें बेसहारा पशुओं की संख्या 50 लाख बताई गई थी, जो निरंतर बढ़ रही है। हालांकि सरकार राष्ट्रीय गोकुल मिशन के माध्यम से इन्हें गौशालाओं और अन्य आश्रय स्थलों पर भेजने में जुटी है, परंतु इस समस्या का पर्याप्त निदान नहीं हो सका है।