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- यूपी में ब्राह्मण...
संयम श्रीवास्तव। उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव (Uttar Pradesh Assembly Elections) को अब महज कुछ ही महीने और बाकी हैं, राजनीतिक पार्टियां वोट बैंक साधने के लिए अपने-अपने हिसाब से नए-नए समीकरण तैयार कर रही हैं. पर यूपी में ब्राह्मणों वोटों को साधने में करीब सभी पार्टियां लगी हुईं हैं. सभी ब्राह्मणों को यह समझाने में लगी हुईं हैं कि यूपी सरकार उनकी उपेक्षा कर रही है. समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) हो, कांग्रेस (Congress) हो या आम आदमी पार्टी (AAP) सभी प्रदेश के ब्राह्मणों को पटाने में जुटी ही हुई हैं, पर अब इस रेस में बीएसपी भी आ गई है. बहुजन समाज पार्टी (BSP) जिसे लोग 2022 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में तीसरे या चौथे नंबर की पार्टी मान रहे थे, अब वह पार्टी अयोध्या में भगवान राम का दर्शन करा के ब्राह्मण सम्मेलन शुरू कर रही है. दरअसल बीएसपी सुप्रीमो मायावती 2007 के मॉडल के आधार पर 2022 का उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव लड़ना चाहती हैं. यानि अब 2007 की तरह फिर से वह दलित और ब्राह्मण समीकरण को एक साथ लाकर सूबे में सरकार बनाना चाहती हैं.