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- हम तालिबानी आंच में...

राजीव डोगरा। इतिहास के ऐसे कई सवाल हैं, जो बार-बार पूछे जाते हैं, पर उनका कोई जवाब नहीं सूझता। ऐसा ही एक सवाल अलेक्जेंडर (सिकंदर) से उनकी मां ने किया था। मां ने पूछा था कि एक साल में आपने सीरिया, पर्सिया और तुर्की, तीनों देश फतह कर लिए, लेकिन तीन साल से अफगानिस्तान में हैं। आखिर क्यों? अलेक्जेंडर ने जवाब के साथ अफगानिस्तान की मिट्टी वाली एक बोरी भी मां को भेजी और लिखा, यह मिट्टी आप राजमहल के आसपास बिछा दीजिएगा, और अपने सलाहकारों को इनके ऊपर चलने के लिए जरूर कहें। तब तक अलेक्जेंडर का मेसेडोनिया का राजपाट बहुत शांत था। बहुत सुगम तरीके से वहां का राजकाज चल रहा था। मगर जैसे ही मिट्टी बिछाई गई और सलाहकारों ने उस पर चलना शुरू किया, उनमें आपस में मतभेद दिखने लगे। इसका मतलब यह है कि शायद अफगानिस्तान की मिट्टी ही कुछ ऐसी है कि वहां कुछ न कुछ झगड़े-फसाद होते ही रहते हैं।