सम्पादकीय

कैसे राष्ट्रपति पुतिन के संरक्षण में कुलीन वर्गों ने रूस के संसाधनों का किया दोहन?

Gulabi
1 March 2022 5:19 AM GMT
कैसे राष्ट्रपति पुतिन के संरक्षण में कुलीन वर्गों ने रूस के संसाधनों का किया दोहन?
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अमेरिका, ब्रिटेन और यूरोपीय संघ ने यूक्रेन पर रूसी हमले को लेकर प्रमुख रूसी व्यक्तियों और संस्थाओं को प्रतिबंधित कर दिया
के वी रमेश।
अमेरिका, ब्रिटेन और यूरोपीय संघ ने यूक्रेन पर रूसी हमले को लेकर प्रमुख रूसी व्यक्तियों और संस्थाओं को प्रतिबंधित कर दिया. इन संस्थाओं पर लगे कई तरह के प्रतिबंधों ने व्यापार और बैंकिंग सिस्टम तक उनकी पहुंच पर रोक लगा दी है. पश्चिमी निगमों, व्यापारिक और वित्तीय संस्थानों को भी उनके साथ कोई भी डील नहीं करने का आदेश दिया गया है. प्रतिबंधित लोगों में राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु (Sergei Shoigu) और विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव (Sergei Lavrov) शामिल हैं. ध्यान देने वाली बात यह है कि प्रतिबंधित लोगों की सूची में रूस (Russia) की बड़ी पेट्रोकेमिकल कंपनी सिबुर के निदेशक किरिल शामलोव किरिल शामलोव (Kirill Shamalov) सहित कई अरबपति और कुलीन वर्ग के लोग भी शामिल हैं.
इस सूची में पेट्र फ्रैडकोव (Petr Fradkov), प्रोम्सवाजबैंक (Promsvyazbank) भी हैं, जो रूस के पूर्व प्रधानमंत्री और विदेशी खुफिया सेवा (एसवीआर) के पूर्व निदेशक मिखाइल फ्रैडकोव के पुत्र हैं. इसके अलावा, सूची में वीटीबी बैंक (VTB Bank) के उपाध्यक्ष और इसके प्रबंधन बोर्ड के अध्यक्ष डेनिस बोर्तनिकोव (Denis Bortnikov) हैं. वे फेडरल सिक्योरिटी सर्विस (FSB) के निदेशक अलेक्जेंडर बोर्तनिकोव के बेटे हैं. मार्च 2021 से उनका नाम प्रतिबंध सूची में हैं. रूस की औद्योगिक और वित्तीय प्रणालियों को नियंत्रित करने वाले कुलीन वर्ग तत्कालीन सोवियत संघ के पतन के बाद अमीर बने और उन्होंने देश के धन पर एकाधिकार कर लिया. अलीबाबा और चालीस चोर वाली कहानी तो आपने सुनी ही होगी. इन प्रतिबंधों के बाद ऐसा लगता है जैसे पश्चिम जाग गया हो और उसने पुतिन के संरक्षण में रूसी संसाधनों का दोहन करने वाले कुलीन वर्ग के 40 लोगों पर शिकंजा कस दिया हो.
ऐसे हुआ रूसी अर्थव्यवस्था में कुलीन तंत्र का उदय
सोवियत संघ के विघटन के एक साल पहले बर्लिन की दीवार गिरने और शीत युद्ध की समाप्ति के तुरंत बाद से ही पश्चिम और सोवियत संघ ने यूरोप के लिए भविष्य में संभावित सुरक्षा संबंधी जरूरतों पर चर्चा करना शुरू कर दिया था. उन चर्चाओं में कई वरिष्ठ अमेरिकी और यूरोपीय नेताओं के साथ-साथ सोवियत संघ के नेता शामिल थे. चर्चा में सोवियत अर्थव्यवस्था का मुद्दा प्रमुखता से उठता रहा. उन दिनों के अनक्लासिफाइड डाक्यूमेंट्स से पता चलता है कि पश्चिमी नेताओं ने रूस में पूंजीवाद के त्वरित ट्रांजिशन को प्रोत्साहित किया. विघटन के बाद रूस की अर्थव्यवस्था को मार्केट इकोनॉमी में बदलने की सहज प्रक्रिया से गुजरने का मौका भी नहीं मिला.
9 फरवरी 1990 को मॉस्को में मिखाइल गोर्बाचेव (Mikhail Gorbachev) और सेक्रेटरी ऑफ स्टेट जेम्स बेकर (James Baker) के बीच हुई बातचीत के कुछ अंश इस बात की पुष्टि करते हैं. बेकर कहते हैं, 'मुझे आर्थिक सवालों पर कुछ शब्द कहने की अनुमति दें. एक पहलू मुझे बहुत परेशान करता है और मैंने इस बारे में लगभग एक साल पहले आपके मंत्री से बात करते हुए इसका जिक्र किया था. एक अर्थव्यवस्था को या तो नियंत्रित किया जा सकता है या मार्केट के अनुरूप ढलने दिया जा सकता है. कोई तीसरी प्रणाली नहीं है जो प्रभावी ढंग से काम करे.' अंत में वही हुआ जिसकी आशंका थी, एक तीसरी प्रणाली यानी कुलीनतंत्र का उदय हुआ.
सार्वजनिक उद्यमों के निजीकरण के लिए अमेरिका ने गहरी चाल चली. उसकी चाल के आगे सोवियत सरकार ने आत्मसमर्पण कर दिया. इसका परिणाम क्रोनी कैपिटलिज्म था. इसने फ्लाई-बाय-नाइट यानी रातोंरात उद्यमियों को जन्म दिया. सोवियत संघ और बाद में रूसी फेडरेशन के विशाल धन पर इनका नियंत्रण हो गया और अर्थव्यवस्था कुलीन वर्ग के हाथों में चली गई. इनमें से कई कुलीन परिवार उसी दौर से आए थे जब सोवियत संघ में शासन का कम्युनिस्ट ढांचा था. वस्तुतः नोमनक्लातुरा (Nomenklatura) के सभी सदस्य कम्युनिस्ट पार्टी के सदस्य थे. सभी एलीट रूलिंग क्लास से जुड़े थे और उन्हें विशेषाधिकार प्राप्त था. वे पहले से ही सार्वजनिक उद्यमों के प्रमुख थे या प्रबंधन में सक्रिय थे. सोवियत तबाही के बाद नेतृत्व के रिक्त स्थान को भरकर इन सब ने उद्यमों को हथिया लिया. हालांकि कुछ नए, बेहतर शिक्षित, योग्य और बाजार की समझ रखने वाले उद्यमी भी उभरे लेकिन उनमें से अधिकांश ने अर्थव्यवस्था की नॉन-ट्रेडिशनल स्ट्रीम में जाना उचित समझा.
सोवियत संघ का विघटन होने के साथ ही उसके कई हिस्से स्वतंत्र राष्ट्र बन गए. चारों तरफ अराजकता फैल गई. बचे-खुचे रूसी संघ को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा. बाजार अर्थव्यवस्था में बदलाव आम रूसी नागरिकों के लिए बेहद दर्दनाक था. बढ़ती महंगाई की वजह से पेंशन और बचत को लगभग शून्य कर दिया और कई परिवार अपनी विरासत और कीमती सामान बेचकर अपना जीवन गुजारने लगे. लेकिन अराजकता अगर चुनौतियां पैदा करती है, तो अवसर भी प्रदान करती है. कई चतुर लोगों ने मौके का फायदा उठाकर अपनी किस्मत चमका ली.
जब तख्तापलट के माध्यम से गोर्बाचेव के उत्तराधिकारी बोरिस येल्तसिन बने तब कई नोमनक्लातुरा (nomenklatura) नए तंत्र का फायद उठाने लगे और सार्वजनिक उद्यमों के प्रबंधक की हैसियत से उस पर कब्जा जमाकर उसे निजी निगमों में बदल दिया और सरकार में मौजूद लोगों को उनका साझा मालिक बना दिया. बहाना यह था कि इस तरह से उद्यमों को कम्युनिस्ट इकोनॉमी से मार्केट इकोनॉमी में तब्दील कर दिया जाएगा. लेकिन कई लोगों ने इसे संगठित चोरी के रूप में देखा. नए कुलीन वर्गों को क्लेप्टोक्रेट्स (kleptocrats यानी कि जिस शासन में अपने फायदे के लिए देश के संसाधनों की चोरी होती हो) का लेबल दिया गया. यह क्लेप्टोक्रेट्स अमीर बनते रहे और भ्रष्टाचार और अक्षम नेतृत्व वाली येल्तसिन सरकार में इनका प्रभाव बढ़ता रहा. उन्होंने वास्तव में शासक वर्ग और नए नोमनक्लातुरा को जन्म दिया.
उन्होंने जल्द ही यूरोपीय व्यापार निगमों और पश्चिम के समृद्ध अभिजात वर्ग के साथ संबंध स्थापित किए. उन्होंने यूरोप में छुट्टियां मनाई, सैर-सपाटे के लिए यात्री नौका, प्राइवेट जेट, महंगी पेंटिंग्स खरीदे. इस तरह के बड़े खर्चे ऐसे समय में हुए जब आम रूसी नागरिक गरीबी में जीवन बिता रहे थे और उनमें से कइयों का बेहद बुरा हाल था. येल्तसिन के नेतृत्व में अमीर बने कुलीन वर्ग के लोगों को पुतिन के शासन काल कठिनाइयों का सामना करना पड़ा, क्योंकि उन्होंने ऐसे लोगों पर नकेल कसी और Kleptocrats द्वारा हथियाए गए सार्वजनिक उद्यमों का फिर से राष्ट्रीयकरण शुरू कर दिया. उनमें से कई नए शासन के प्रति वफादारी की कसम खाकर बच गए, लेकिन कइयों को रूस से भागना पड़ा. उन्हें पुतिन सरकार से उत्पीड़न का सामना करना पड़ा.
कुलीन वर्ग से ताल्लुक रखने वाले कुछ लोग जो येल्तसिन के समय में उभरे
बोरिस बेरेजोव्स्की (Boris Berezovsky): फैक्टरी निर्माता और बाल चिकित्सा नर्स के बेटे हैं. उन्होंने गणित और भौतिकी में पीएचडी की है. बेरेजोव्स्की प्रतिष्ठित इंस्टीट्यूट ऑफ कंट्रोल साइंसेज में शोधकर्ता बन गए, लेकिन वे एक नेटवर्कर थे और उन्हें बिजनेस की अच्छी समझ थी. उन्होंने कंप्यूटर और ऑटो के पुर्जे बेचना शुरू किया और स्टेट ऑटो निर्माता 'अवतोवाज' की संपत्ति बेचकर अमीर बन गए. उनकी व्यक्तिगत संपत्ति 3 बिलियन डॉलर आंकी गई थी. लेकिन 90 के दशक में पुतिन के सत्ता में आने के बाद, बेरेजोव्स्की व्यक्तित्वहीन हो गए और रूस से भाग गए. उन्हें ब्रिटेन में शरण दी गई थी.
मिखाइल खोदोरकोव्स्की (Mikhail Khodorkovsky): मजदूर वर्ग के माता-पिता की संतान, खोदोरकोव्स्की ने अर्थशास्त्र का अध्ययन किया और 1990 के दशक में मेनाटेप की स्थापना की, जो कम्युनिस्ट यूथ लीग के फंड से चलने वाला एक बैंक था. इस बैंक के सदस्य होने के साथ वे कई स्टेट इंटरप्राइजेज में भी शामिल थे. अपने करियर के चरम पर उनकी संपत्ति का अनुमान 15 डॉलर बिलियन था. पुतिन के पुन: राष्ट्रीयकरण अभियान के कारण खोदोरकोव्स्की पर मुकदमा चलाया गया. वे अब लंदन में निर्वासन में रह रहे हैं.
ओलेग डेरिपस्का (Oleg Deripaska): एल्युमीनियम किंग के रूप में जाने जाने वाले डेरीपस्का ने मेटल इंडस्ट्री में नौकरी की. 35 वर्ष की आयु में वे रूस के सबसे कम उम्र के अरबपति बन गए. उन्होंने कॉर्पोरेट छापेमारी करते हुए कई उद्यमों को अपने कब्जे में ले लिया और अपने कुलीन साथी रोमन अब्रामोविच के सहयोग से रूसी एल्युमीनियम कंपनी का गठन किया. अब्रामोविच ने पुतिन के साथ शांति स्थापित की और अब वे एक मेटल ट्रेडिंग कंपनी 'बेसिक एलिमेंट' के मालिक हैं. उनकी संपत्ति 4 अरब डॉलर आंकी गई है.
रोमन अब्रामोविच (Roman Abramovich): अंग्रेजी फुटबॉल क्लब चेल्सी का मालिक बन मशहूर होने वाले अब्रामोविच ने तेल और गैस का व्यापार करते हुए अरबों कमाए. वे भी पुतिन के अधीन अपना भाग्य बनाने में कामयाब रहे. वे रूसी संसद के सदस्य हैं और एक छोटे साइबेरियाई प्रांत चुकोटका के गवर्नर भी हैं. वह पश्चिम द्वारा प्रतिबंधित लोगों में से एक है.
पुतिन युग के दौरान रूस में कुलीन वर्गों का एक नया बैच उभरा. पूर्व केजीबी कर्नल ने अपने कई पुराने सहयोगियों और अपने संपर्क के लोगों के बेटों और परिवारजनों को प्रोमोट किया ताकि अपने चारों ओर सलाहकारों और वफादार लोगों का क्लोज सर्कल बनाया जा सके. उनमें से कई पुराने अभिजात वर्ग के परिवारों से थे और कुछ नए शासन में प्रमुख हस्तियों से संबंधित थे. उनके माध्यम से पुतिन ने रूस में पूरी बैंकिंग प्रणाली और बड़ी संख्या में उद्योगों को नियंत्रित किया. इससे उन्हें तेल और गैस उद्योग से होने वाले राजस्व पर टिकी रूस की विशाल अर्थव्यवस्था को पूरी तरह समझने का मौका मिला.
पश्चिमी देशों ने किन्हें प्रतिबंधित किया
किरिल शामलोव (Kirill Shamalov): पुतिन के पूर्व दामाद. उनका विवाह वेलेंटीना तिखोनोवा से हुआ था जो पुतिन की पिछली शादी से उनकी बेटी हैं. रूस के सबसे कम उम्र के अरबपतियों में से एक के रूप में जाने जाने वाले शामलोव रोसिया बैंक (Rossiya Bank) के मालिक के बेटे हैं. हालांकि शामलोव तिखोनोवा की शादी दो साल बाद टूट गई, मगर 2016 में पुतिन की बेटी से शादी के तुरंत बाद उन्होंने ऑयल और पेट्रोकेमिकल कंपनी सिबुर में 2.85 बिलियन डॉलर की हिस्सेदारी हासिल कर ली.
सर्गेई सर्गेइविच इवानोव (Sergei Sergeevich Ivanov): रूसी राज्य के स्वामित्व वाली डायमंड माइनिंग कंपनी 'अलरोसा' के चीफ एग्जीक्यूटिव, गजप्रॉमबैंक के बोर्ड सदस्य और इवानोव सर्गेई बोरिसोविच इवानोव के बेटे हैं. वे कथित तौर पर पुतिन के सबसे करीबी सहयोगियों में से एक हैं और राष्ट्रपति के एग्जीक्यूटिव ऑफिस के पूर्व चीफ ऑफ स्टाफ भी हैं. पर्यावरण संरक्षण, पारिस्थितिकी और परिवहन के लिए राष्ट्रपति के विशेष प्रतिनिधि बनने से पहले वे रूस के उप प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री रहे. उन्होंने केजीबी में पुतिन के साथ सेवा की और बाद में रूसी संघ की सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्य बने. सर्गेई इवानोव जूनियर रूसी राज्य के स्वामित्व वाली डायमंड माइनिंग कंपनी अलरोसा के सीईओ और रूस के तीसरे सबसे बड़े वित्तीय संस्थान गज़प्रॉमबैंक के बोर्ड सदस्य हैं.
अलेक्जेंडर वेदयाखिन (Alexander Vedyakhin): सबरबैंक के कार्यकारी बोर्ड के पहले उपाध्यक्ष. रिटेल बिज़नेस, कॉर्पोरेट और निवेश बिज़नेस, वेल्थ मैनेजमेंट (बीमा) और सेल्स नेटवर्क के लिए जिम्मेदार. मुख्य व्यवसाय की कमान संभालने के अलावा वे आर्टिफिशल इंटेलिजेंस लैब, डेटा साइंस कॉम्पिटेंस डेवलपमेंट विभाग, व्यवसाय नियंत्रण और समन्वय प्रभाग, इकोलॉजी और ऊर्जा दक्षता परियोजनाओं के निदेशालय और सेबरबैंक समूह में ESG लाइन की देखभाल और कोऑर्डिनेशन करते हैं. उन्होंने Sberbank को AI-संचालित यूनिट में बदल दिया है. हाल ही में दिए एक साक्षात्कार में उन्होंने कहा कि हर 15 रूबल के लिए जो Sberbank AI पर खर्च करता है, उससे 100 रूबल मिलते हैं.
डेनिस बोर्तनिकोव (Denis Bortnikov): फेडरल सिक्योरिटी सर्विस के प्रमुख अलेक्जेंडर बोर्तनिकोव के पुत्र डेनिस बोर्तनिकोव वीटीबी बैंक के उपाध्यक्ष और चेयरमैन हैं. उनके पास 130 बिलियन डॉलर की संपत्ति और 95,000 कर्मचारी हैं.
एंड्री पुचकोव (Andrey Puchkov): एंड्री सर्गेयेविच पुचकोव आठ अलग-अलग कंपनियों के प्रमुख रहे हैं. वर्तमान में वह डायनामो मैनेजमेंट कंपनी जेएससी के अध्यक्ष, एचएएलएस-डेवलपमेंट पीजेएससी के अध्यक्ष, वीटीबी डीसी एलएलसी के अध्यक्ष और बीएम-बैंक पीजेएससी के अध्यक्ष के पद पर हैं. वे वीटीबी बैंक पीजेएससी में प्रथम उपाध्यक्ष और प्रथम उप मुख्य कार्यकारी अधिकारी भी हैं.
यूरी अलेक्सेयेविच सोलोविएव (Yuriy Alekseyevich Soloviev): जेएससी वीटीबी बैंक के प्रबंधन बोर्ड के पहले उपाध्यक्ष और अध्यक्ष. इन्वेस्टमेंट बिज़नेस के पूर्व प्रमुख, ड्यूश बैंक रूस के प्रबंधन बोर्ड के पहले उपाध्यक्ष. वे रूस और सीआईएस में वैश्विक बाजारों के प्रमुख, ड्यूश बैंक एजी, लंदन, सोलोविएव मॉस्को डिनामो फुटबॉल क्लब के अध्यक्ष भी हैं.
पेट्र फ्रैडकोव (Petr Fradkov): रूस के पूर्व प्रधानमंत्री और रूसी विदेश खुफिया सेवा (एसवीआर) के पूर्व निदेशक मिखाइल फ्रैडकोव के बेटे हैं. 43 वर्षीय पेट्र फ्रैडकोव लंदन में पढ़े-लिखे और प्रोम्सवाजबैंक (पीएसबी) बैंक के अध्यक्ष और सीईओ हैं.
व्लादिमीर किरियेंको (Vladimir Kiriyenko): रूस के टॉप सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म VKontakte की मूल कंपनी VK Group के मुख्य कार्यकारी अधिकारी. वह सर्गेई किरियेंको के बेटे हैं. वे राष्ट्रपति कार्यालय के पहले डिप्टी चीफ ऑफ स्टाफ के रूप में काम करते हैं और उसे पुतिन की घरेलू नीति का क्यूरेटर कहा जाता है.
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